पंजाब में कृषि सुधार कानूनों के खिलाफ किसानों के भारत बंद का असर देखने को मिल रहा है। बाजार पूरी तरह से बंद हैं। इसके कारण परिवहन व्यवस्था पर भी असर देखने को मिल रहा है। रोडवेज बसों की आवाजाही पूरी तरह से बंद है। हालांकि बंद पहले से तय था। ऐसे में लोग पहले ही दूसरे शहरों की ओर जाने से बचे, लेकिन आपात स्थिति में घर से दूसरे शहर जाने वालों को परेशानी का सामना करना पड़ा। लोग इधर-उधर भटकते नजर आए। आइए तस्वीरों के जरिये देखते हैं बंद में परिवहन व्यवस्था का हाल।
किसानों के भारत बंद के कारण पंजाब में परिवहन व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई। पटियाला में रोडवेज यूनियन के पदाधिकारियों ने किसानों के समर्थन में नारेबाजी की और बस स्टैंड के मुख्य गेट पर ताला लगा दिया।
इस दौरान रोडवेज बसें बस स्टैंड के अंदर खड़ी रही। सुबह से लोग अपने गंतव्य की तरफ जाने के लिए बस स्टैंड पहुंचे थे, लेकिन रोडवेज बसें न चलने के कारण उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ा। निजी बस आपरेटरों ने भी बसों से संचालन से परहेज किया। उन्हें डर था कि रास्ते में किसान उन्हें रोक न दें।
पटियाला में परिवहन व्यवस्था ठप होने के कारण किसी तरह अपने गंतव्य की ओर जाने के लिए सड़क पर खड़ा एक युवक। युवक कहना है कि वह सुबह से बस के इंतजार में है, लेकिन उसे अभी तक बस नहीं मिली। जब उसे पता चला कि आज बस नहीं चलेगी तो वह निराश हो गया।
भारत बंद के दौरान नाभा के बोरा गेट पर भारतीय किसान यूनियन एकता की ओर से दिए जा रहे धरने से अस्पताल ले जाने के लिए एक मरीज के वाहन को रास्ता देते किसान यूनियन के कार्यकर्ता।
गुरदासपुर के झंडे चक्क चौक पर किसानों ने ट्रैक्टर ट्राली व कार अड़ाकर जाम लगा दिया। इससे वाहनों की आवाजाही ठप रही। लोग अपने निजी वाहनों में भी यात्रा नहीं कर पाए। बस स्टैंडों पर यात्री भटकते रहे।
भारत बंद की काल के तहत राजपुरा हाईवे पर चार जगह किसानों ने धरना दिया। किसानों ने सरहिंद राजपुरा बाईपास के पास ओवरब्रिज को बंद किया। शंभू बैरियर के साथ-साथ मेन टोल प्लाजा और पटियाला राजपुरा रोड पर स्थित धरेडीजटां टोल प्लाजा को भी धरना देकर बंद कर दिया गया।
अमृतसर में कृषि सुधार कानूनों के खिलाफ किसान संगठनों द्वारा आहूत भारत बंद को लेकर शहर की तमाम छोटी-बड़ी एसोसिएशन ने किसानों के पक्ष में मार्केट बंद करने की घोषणा की। बंद के दौरान आज सुबह तमाम मार्केट बंद रही। सड़कों पर आवाजाही भी बंद रही।