ऑस्ट्रेलिया दौरे पर टीम इंडिया को पहले तीन मैचों की वनडे सीरीज में 2-1 से हार मिली, लेकिन फिर भारत ने पटलवार करते हुए टी20 सीरीज में जीत हासिल कर हिसाब चुकता कर लिया। इस दौरान टीम इंडिया के छठे नंबर के बल्लेबाज हार्दिक पांड्या ने अपनी बल्लेबाजी से सबको खूब प्रभावित किया और उन्होंने लगभग हर मैच में परिस्थिति के मुताबिक खेला और फिनिशर की भूमिका भी काफी अच्छे से निभाई। खुद कप्तान विराट ने भी उन्हें बेहतरीन खिलाड़ी कहा और बताया कि आने वाले 4-5 साल में वो भारत के अहम खिलाड़ी बनेंगे।
हालांकि हार्दिक ने जैसे खेल ऑस्ट्रेलिया में दिखाया है उन्हें आगे भी ऐसा ही टीम इंडिया के लिए करना पड़ेगा नहीं तो उन्हें आलोचना भी झेलनी पड़ सकती है। बहरहाल उनके प्रदर्शन के बाद माइकल वॉन, गौतम गंभीर जैसे पूर्व दिग्गजों ने उनकी खूब तारीफ की। टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर आकाश चोपड़ा ने भी बताया कि क्यों वो आने वाले दिनों में टीम इंडिया के सबसे महत्वपूर्ण खिलाड़ी बनने जा रहे हैं।
आकाश चोपड़ा ने कहा कि, हार्दिक पांड्या तेजी से सफेद गेंद के क्रिकेट में भारत के सबसे महत्वपूर्ण खिलाड़ी बनते जा रहे हैं। वो विराट कोहली, रोहित शर्मा व जसप्रीत बुमराह की तुलना में ज्यादा मूल्यवान होने जा रहे हैं। अगर भारत अगला टी20 वर्ल्ड कप जीतता है तो हार्दिक पांड्या उनमें से एक खिलाड़ी होंगे जो टीम की खिताबी जीत में बड़ी भूमिका निभाएंगे। बल्लेबाज के तौर पर हार्दिक पांड्या की बात करें तो भारत ने सिमित ओवर के प्रारूप के पिछले कुछ वर्ल्ड कप नहीं जीते हैं।
उन्होंने कहा कि हमारा टॉप क्रम शानदार है और रोहित शर्मा ने पिछले वनडे वर्ल्ड कप में 5 शतक लगाए थे तो वहीं विराट हमेशा रन बनाते हैं, लेकिन हमने कई अहम मुकाबले आखिर में क्यों नहीं जीते। पहले एम एस धौनी थे जो अकेले रह जाते थे और अब वो भी टीम में नहीें हैं। अगर आपको अगला विश्व कप जीतना है तो रोहित, कोहली और केेएल राहुल के अलावा और कोई रास्ता नहीं है और अगर ये काम नहीं कर पाते तो आपको बेहतरीन फिनिशर की जरूरत है क्योंकि वनडे और टी20 में ये भारत की सबसे बड़ी परेशानी है। हम अच्छी गेंदबाजी करते हैं, लेकिन बल्लेबाजी में फिनिशर का नहीं होना बड़ी परेशानी है। टीम में कोई मजबूत फिनिशर नहीं है और ये अलग स्किल है जिसे सिखाया नहीं जा सकता है।
उन्होंने कहा कि दूसरे टी20 मैच में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जीत के लिए रन चाहिए थे और ऐसा सिर्फ तभी संभव होता जब टीम में एम एस धौनी होते, लेकिन इस बार हार्दिक ने ये कर दिखाया और उन्होंने हमें अहसास कराया कि चिंता की कोई बात नहीं है मैं संभाल लूंगा। इस मैच में भारत ने हार्दिक की नाबाद पारी के दम पर जीत के लिए मिले 192 रन के लक्ष्य को दो गेंद शेष रहते चार विकेट पर पूरा कर लिया और सीरीज में जीत दर्ज की।