केंद्रीय कृषि कानूनों के विरोध में किसान संगठनों के मंगलवार को आहूत भारत बंद को बिहार के सभी प्रमुख विपक्षी दलों ने समर्थन दिया है। राष्ट्रीय जनता दल (RJD), कांग्रेस (Congress) और वाम दलों (Left Parties) के साथ राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (RLSP) ने भी नए कृषि कानूनों को किसान विरोधी बताया है। विपक्षी पार्टियों ने कहा है कि वे बंद में तो शामिल होंगी हीं, नए कानून को वापस लिए जाने तक लगातार आंदोलन करती रहेंगी। आपात व आवश्यक सेवाओं (Emergency and Essential Services) को बंद से मुक्त रखा गया है। बंद के दौरान आम जनता को कोई असुविधा न हो, इसके लिए पुलिस व प्रशासन सतर्क है।
बंद को कई विपक्षी दलों का समर्थन
आरजेडी के प्रवक्ता चितरंजन गगन ने बताया कि पार्टी के नेता-कार्यकर्ता पूरे बिहार में बंद के समर्थन में प्रदर्शन करेंगे। प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव भी पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ सड़क पर उतरेंगे। कांग्रेस के विधानमंडल दल के नेता अजीत शर्मा ने कहा कि नया कृषि कानून किसानों का हक मारने की साजिश है। इसे कांग्रेस कभी सफल होने नहीं देगी। किसान संगठनों के बंद को समर्थन देकर कांग्रेस के कार्यकर्ता जिला व पंचायत स्तर तक इसे सफल बनाएंगे। आरण्लएसपी के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा के मुताबिक सभी जिलों में भारत बंद को सफल बनाने के लिए पार्टी के तमाम नेता एवं कार्यकर्ता तैयार हैं। केंद्र सरकार को नए कृषि कानून को रद करना होगा। यह काला कानून किसान-मजदूर विरोधी है।
आपात सेवाओं को मुक्त रखेंगे वाम दल
वाम दलों और आरएलएसपी ने सभी 38 जिलों के नेताओं एवं कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया है कि बंद के दौरान आपात सेवाओं को बाधित नहीं करना है। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी माले के राज्य सचिव कुणाल, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव अवधेश कुमार, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव रामनरेश पांडेय, फारवर्ड ब्लॉक के अमेरिका महतो और आरएसपी के वीरेंद्र ठाकुर ने संयुक्त रूप से बताया कि भारत बंद को सफल बनाने के लिए जिला व प्रखंड स्तर पर सारी तैयारियां की गई हैं। एम्बुलेंस, अस्पताल और मिल्क वैन समेत जनहित से जुड़ीं सारी आपातकालीन सेवाओं को बंद से मुक्त रखा गया है।
बंद को लेकर पुलिस-प्रशासन अलर्ट
बिहार बंद के दौरान उपद्रव व हंगामे की आशंका को देखते हुए पुलिस मुख्यालय ने सभी एसएसपी व एसपी को पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती का निर्देश जारी किया है। स्पष्ट निर्देश है कि बंद से आम लोगों को परेशानी नहीं हो। इसके अलावा प्रशासन के स्तर से भी प्रमुख स्थानों पर मजिस्ट्रेट की तैनाती की जा रही है। बंद समर्थकों के द्वारा ट्रेन रोकने की आशंका को देखते हुए स्टेशन के पास भी पुलिस बल को अलर्ट किया गया है।