उत्तर प्रदेश होमगार्ड्स स्थापना दिवस पर बोले सीएम
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि होमगार्ड स्वयंसेवकों तथा अवैतनिक होमगार्ड अधिकारियों की सेवावधि में अधिवर्षता से पूर्व मृत्यु या अपंगता की स्थिति में उनके नाॅमिनी या उत्तराधिकारी अथवा उनको पांच लाख रुपये की अनुग्रह राशि राज्य सरकार प्रदान करेगी। उन्होंने कहा कि वर्तमान में होमगार्ड स्वयंसेवकों तथा अवैतनिक अधिकारियों की मृत्यु अथवा अपंगता की स्थिति में उनके परिजनों या उन्हें कल्याण कोष के ब्याज की धनराशि से सहायता प्रदान की जाती है। इस व्यवस्था से प्रभावित होमगार्ड स्वयंसेवकों तथा अवैतनिक अधिकारियों में से 20 प्रतिशत ही लाभान्वित हो पाते हैं। होमगार्ड स्वयंसेवकों तथा अवैतनिक अधिकारियों की सेवावधि में मृत्यु अथवा अपंगता की स्थिति में सभी प्रभावित को सहायता प्रदान करने के लिए यह निर्णय किया गया है। मुख्यमंत्री रविवार को यहां उत्तर प्रदेश होमगार्ड्स स्थापना दिवस के अवसर पर होमगार्ड्स मुख्यालय पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। उत्तर प्रदेश होमगार्ड्स संगठन को 58वें स्थापना दिवस की बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार ने होमगार्ड्स की मृत्यु अथवा स्थायी रूप से अपंगता की दशा में उनके एक पात्र आश्रित को अनुकम्पा के आधार पर होमगार्ड्स स्वयंसेवक के पद पर सेवायोजित किये जाने की व्यवस्था की है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके साथ ही सरकार ने होमगार्ड्स स्वयंसेवकों, अवैतनिक अधिकारियों का ड्यूटी भत्ता पुलिस कार्मिकों के न्यूनतम वेतन 18,000 को 30 दिन के माह के आधार पर प्रतिदिन 600 रुपये एवं इसमें शासन द्वारा समय-समय पर निर्धारित महंगाई भत्ते को जोड़ते हुए मंजूरी दी गई है। इसके साथ-साथ अवैतनिक अधिकारियों के मानदेय में भी इजाफा किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज पांच नवनिर्मित जिला होमगार्ड्स कार्यालयों आगरा, फतेहपुर, फतेहगढ़, जौनपुर एवं हमीरपुर तथा चेतन चौहान मण्डलीय प्रशिक्षण केन्द्र मुरादाबाद का लोकार्पण किया गया है। जनपद हरदोई के जिला होमगार्ड्स कार्यालय एवं प्रयागराज, झांसी, आगरा, कानपुर के 04 मण्डलीय प्रशिक्षण केन्द्रों के निर्माणाधीन भवनों का निर्माण कार्य शीघ्र पूर्ण हो जायेगा। आधुनिकीकरण योजना के अन्तर्गत केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा आवंटित धनराशि से अब तक 38 विभागीय भवनों में जिला होमगार्ड्स कार्यालय एवं 03 विभागीय भवनों में मण्डलीय प्रशिक्षण केन्द्रों का अनावरण हो चुका है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा व्यावसायिक कौशल विकास कार्यक्रम के अन्तर्गत 1,200 होमगार्ड्स जवानों को प्रदेश के विभिन्न प्रशिक्षण केन्द्रों पर बाढ़, आपदा राहत एवं बचाव कार्यों के लिए प्रशिक्षण दिलाया गया। एनडीआरएफ के कुशल प्रशिक्षकों द्वारा भी जनपद-गोरखपुर एवं लखनऊ में प्रशिक्षण केन्द्रों पर 180 हवलदार प्रशिक्षकों एवं 204 ब्लाॅक ऑर्गनाइजर्स को आपदा प्रबन्धन में प्रशिक्षित किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार कुम्भ मेला ड्यूटी में तैनात 10 हजार होमगार्ड्स जवानों को उनकी उत्कृष्ट सेवाओं के लिए कुम्भ-सेवा-मेडल से सम्मानित कर चुकी है। कुम्भ मेला ड्यूटी में प्रतिस्थापित किये गये 10,000 होमगार्ड्स को ड्यूटी भत्ते के अतिरिक्त भोजन भत्ते के रूप में प्रति होमगार्ड्स 80 रुपये प्रतिदिन की धनराशि स्वीकृत की गयी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 1963 में होमगार्ड्स बल की स्थापना के समय प्रदेश भर में मात्र 2,000 होमगार्ड्स जवानों को प्रतिदिन शान्ति व्यवस्था ड्यूटी पर लगाये जाने के अवसर उपलब्ध थे। पूर्व की सरकार में प्रतिदिन होमगार्ड्स स्वयंसेवकों का प्रतिस्थापन लगभग 55,000 था। वर्तमान सरकार होमगार्ड्स स्वयंसेवकों के प्रति सदैव संवेदनशील रही है तथा इनकी कार्य क्षमता एवं उपयोगिता को देखते हुए उनकी ड्यूटी प्रतिस्थापन में निरन्तर वृद्धि की गयी। वर्तमान समय में प्रदेश में उपलब्ध समस्त 90,000 होमगार्ड्स स्वयंसेवक प्रतिदिन विभिन्न ड्यूटियों हेतु प्रतिस्थापित हो रहे हैं, जिससे उनकी आजीविका एवं परिवार का भरण-पोषण हो रहा है।