भारतीय जनता पार्टी ने उत्तर प्रदेश विधानमंडल में उच्च सदन माने वाले विधान परिषद में भी अपनी स्थिति मजबूत कर ली है। भाजपा ने 11 में से छह सीट पर जीत दर्ज की है। एक दिसंबर को मतदान के बाद तीन से चल रही मतगणना रविवार को सम्पन्न हो गई। भाजपा ने शिक्षक खंड की छह में से तीन सीट के बाद स्नातक खंड की पांच में से तीन सीट पर जीत दर्ज की।
भारतीय जनता पार्टी ने कुल छह सीट पर जीत दर्ज की है। समाजवादी पार्टी ने तीन सीट अपने नाम की है जबकि दो सीट पर निर्दलीय विजयी रहे हैं। भाजपा के पास 2015 में 11 में से सिर्फ दो सीटें ही थीं। सपा ने तीन सीटें जीती हैं। उसके पास भी पिछले चुनाव में दो सीटें थीं। इस चुनाव में नुकसान तो शिक्षक नेताओं के खेमे से हुआ है। वह छह से सिमटकर निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में महज दो पर आ गए हैं, जबकि पिछली बार निर्दलीय खाते में एक सीट गई थी। स्नातक खंड की पांच में से चार सीट पर तो शनिवार को ही परिणाम आ गया था, लखनऊ सीट पर मतगणना काफी लम्बी खिंचने के कारण रविवार को इसका नतीजा आया।
लखनऊ में भाजपा के अवनीश कुमार सिंह जीते
लखनऊ खंड स्नातक क्षेत्र सीट पर भारतीय जनता पार्टी के इंजीनियर अवनीश कुमार सिंह ने निर्दलीय प्रत्याशी निवर्तमान एमएलसी कांति सिंह को शिकस्त दी। लखनऊ में मतगणना सबसे धीमी चली। लखनऊ में भाजपा के इंजीनियर अवनीश कुमार सिंह पटेल ने काफी संघर्ष वाले चुनाव में विधान परिषद सदस्य निर्दलीय कांति सिंह को शिकस्त दी। उन्होंने अंतिम दौर की मतगणना में प्रतिद्वंदी निर्दलीय प्रत्याशी कांति सिंह को 6403 वोट से शिकस्त दी है। शनिवार रात से शुरू हुई मतगणना दोपहर बाद तक जारी रही।
अवनीश को 39588 वोट मिले जबकि कांति सिंह को 33185 वोट मिले। जीत तय होने के बाद अवनीश कुमार सिंह ने युवाओं की उन्नति और उनके विकास के लिए जो भी सरकार की योजनाएं हैं उन को लागू करने का संकल्प लिया है। उनका कहना है कि युवाओं के साथ ही प्रदेश सरकार के हर काम को आगे बढ़ाना उनका मकसद है।
इससे पहले शनिवार को आगरा खंड स्ना तक सीट पर भाजपा प्रत्याशी डा.मानवेंद्र प्रताप सिंह विजयी रहे। मानवेंद्र प्रताप सिंहको 40,070 वोट प्राप्त हुए, जबकि सपा प्रत्याशी डा. असीम यादव को 33,975 वोट मिले। मानवेंद्र ने सपा प्रत्याशी को 6095 मतों से हराया। वाराणसी खंड स्नातक सीट पर सपा के आशुतोष सिन्हा 3850 वोटों से विजयी हुए। उन्हें 26,535 वोट मिले, जबकि भाजपा प्रत्याशी केदारनाथ सिंह को 22,685 मत मिले। केदारनाथ सिंह भाजपा के निवर्तमान एमएलसी थे।
मेरठ खंड स्नातक सीट की मतगणना में भाजपा ने जीत हासिल की। यहां प्रथम वरीयता की गिनती में ही भाजपा प्रत्याशी दिनेश कुमार गोयल ने शिक्षक नेता व निर्दलीय प्रत्याशी हेम सिंह पुंडीर से 27,080 मतों की बढ़त बना ली थी। भाजपा प्रत्याशी को कुल 43,191 मत मिले हैं, जबकि उनके प्रतिद्वंदी भाजपा प्रत्याशी को 16,019 मत ही मिले। यहां कुल 123977 मत पड़े थे, जिनमें से कुल 112675 मत ही वैध पाए गए थे।
विधान परिषद की शिक्षक व स्नातक कोटे की 11 सीटों की मतगणना सात स्थानों पर गुरुवार तीन दिसंबर को सुबह आठ बजे से लगातार चली और रविवार को दोपहर तक चलती रही। खंड शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र की छह सीटों के परिणाम शुक्रवार को ही घोषित हो गए थे। खंड स्नातक सीटों में पहला परिणाम इलाहाबाद-झांसी का भी शुक्रवार को घोषित हो गया था। इस सीट पर सपा के डा.मान ङ्क्षसह यादव ने भाजपा के निवर्तमान एमएलसी यज्ञदत्त शर्मा को हराया। खंड शिक्षक की छह सीटों में भाजपा तीन सीटें जीत चुकी है, जबकि एक सीट समाजवादी पार्टी व एक निर्दलीय के खाते में आई।
शिक्षक व खंड स्नातक निर्वाचन सीटों का परिणाम
खंड शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र
निर्वाचन क्षेत्र विजयी प्रत्याशी दल
लखनऊ उमेश द्विवेदी भाजपा
वाराणसी लाल बिहारी यादव सपा
मेरठ श्रीचन्द शर्मा भाजपा
आगरा आकाश अग्रवाल निर्दलीय
बरेली-मुरादाबाद डा. हरी सिंह ढिल्लो भाजपा
गोरखपुर-फैजाबाद ध्रुव कुमार त्रिपाठी निर्दलीय।
खंड स्नातक निर्वाचन क्षेत्र
निर्वाचन क्षेत्र विजयी प्रत्याशी दल
लखनऊ अवनीश कुमार सिंह भाजपा
मेरठ दिनेश कुमार गोयल भाजपा
आगरा डा. मानवेन्द्र प्रताप सिंह भाजपा
वाराणसी आशुतोष सिन्हा सपा
इलाहाबाद-झांसी डा. मान सिंह यादव सपा ।