पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड यानी पीसीबी ने जांच शुरू कर दी है कि न्यूजीलैंड में उतरने के बाद 10 खिलाड़ियों को कोरोना वायरस से संक्रमित क्यों पाया गया। यह जांच तब शुरू की गई है जब पाकिस्तान में चल रहे घरेलू टूर्नामेंट क्वैद-ए-आज़म ट्रॉफी में एक या दो टीमों के कुछ खिलाड़ियों ने खांसी, बुखार और छींकने की शिकायत दर्ज कराई थी। इसके कुछ ही दिनों पहले संभावित COVID-19 संक्रमण के लक्षणों के साथ वे न्यूजीलैंड दौरे के लिए रवाना हुए।
पीसीबी से जुड़े सूत्र ने बताया, “इन खिलाड़ियों को बदलते मौसम के कारण वायरल संक्रमण माना गया था और बाद में बोर्ड द्वारा लाहौर में किए गए COVID-19 परीक्षणों में भी नेगेटिव पाया गया था, लेकिन उन्होंने क्राइस्टचर्च पहुंचने के बाद कोविड 19 टेस्ट कराया तो पॉजिटिव पाए गए। 10 सदस्यों को कोरोना वायारस से संक्रमित पाए जाने के बाद पूरे दस्ते को अब एक क्वारंटाइन पर छोड़ दिया गया है।”
पाकिस्तान में घरेलू टूर्नामेंट खेलने के दौरान जिन खिलाड़ियों को बुखार की शिकायत थी, उनमें से कुछ क्राइस्टचर्च पहुंचने पर पॉजिटिव निकले। दिलचस्प बात यह है कि अधिकांश खिलाड़ी दो प्रांतीय टीमों के थे और उनमें से कुछ पाकिस्तान सुपर लीग में भी खेले थे। वास्तव में सूत्र ने ये भी पुष्टि की है कि एक विदेशी खिलाड़ी जो विशेष फ्रैंचाइजी के लिए खेला था। उसे भी कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया और अपने देश में आइसोलेशन से गुजर रहा है।
पाकिस्तान के दिग्गज तेज गेंदबाज सोहेल तनवीर पीएसएल में खेले थे और फिर लंका प्रीमियर लीग के लिए कोलंबो पहुंचे थे। वहां उनको कोरोना से संक्रमित पाया गया, लेकिन नेगेटिव आने के बाद कैंडी की फ्रेंचाइजी ने उनको घर लौटने की सलाह दी थी, क्योंकि वह लीग में क्रिकेट खेलना शुरू करके एक जोखिम ले रहे थे। तनवीर ने भी पुष्टि की कि वह वापस आ गए हैं।
न्यूजीलैंड के दौरे पर भारी भरकम टीम भेजने के लिए भी पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को आलोचना का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि पाकिस्तान ने 35 खिलाड़ी और 18 अधिकारियों को न्यूजीलैंड जाने वाली एक वाणिज्यिक उड़ान से भेजा था। पाकिस्तान के सलामी बल्लेबाज फखर जमां को दौरे से पहले बुखार, फ्लू और कोविड-19 से जुड़े अन्य लक्षणों की शिकायत के बाद न्यूजीलैंड जाने से रोक दिया गया था। हालांकि, बाद में उनका कोविड 19 टेस्ट हुआ तो वे नेगेटिव पाए गए थे।