लखनऊ। प्रदेश की सियासत में मंदिर निर्माण का रंग चढ़ता नजर आ रहा है। समाजवादी पार्टी भी राम मनोहर लोहिया की नीतियों से इतर अब भारतीय जनता पार्टी पर पलटवार के लिए धार्मिक मुद्दे का सहारा लेगी। सपा अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने चुनाव जीतने पर इटावा में भगवान विष्णु के नाम से सिटी बनवाने की घोषणा की है। सिटी में कंबोडिया के अंकोरवाट की तरह विष्णु भगवान का भव्य मंदिर व उसके आसपास आवासीय बस्तियां भी होंगी। इससे पहले अखिलेश इटावा में कृष्ण भगवान की 60 फीट ऊंची प्रतिमा लगवा चुके हैं। अखिलेश के इस बयान को उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के राममंदिर निर्माण को लेकर दिए गए उनके बयान पर पलटवार माना जा रहा है।
समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने बुधवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि यदि प्रदेश में उनकी सरकार बनी तो वह इटावा में लायन सफारी के पास करीब दो हजार एकड़ भूमि पर भगवान विष्णु के नाम पर एक सिटी का विकास करेंगे, जहां भगवान विष्णु का भव्य मंदिर बनवाएंगे। अखिलेश ने कहा कि चंबल क्षेत्र में काफी जमीन है। उल्लेखनीय है कि उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने अपने बयान में कहा था कि राज्यसभा में उनका बहुमत होता तो वह अयोध्या राम मंदिर निर्माण के लिए विधेयक लाते। अखिलेश के मंदिर निर्माण को उपमुख्यमंत्री के दिए गए इस बयान के परिपेक्ष्य में जोड़कर देखा जा रहा है।
अखिलेश ने पलटवार करते हुए यह भी कहा है कि भाजपा षड्यंत्र में यकीन करती है और समाजवादी पार्टी विकास में। वे लोगों को बरगला कर उनके वोट हासिल करना चाहते हैं, जबकि हमें अपने विकास कार्यों पर भरोसा है। अखिलेश यादव ने अगले माह कन्नौज से ‘हक और सम्मान साइकिल यात्रा शुरू करने की घोषणा भी की है। यात्रा के लिए बड़े पैमाने पर तैयारी की जा रही है। हालांकि अभी इसकी तारीख घोषित नहीं की गई है। 2019 के चुनाव से पहले ऐसे बयानों के राजनीतिक मायने भी निकाले जा रहे हैं। दलितों से लेकर सभी वर्गों में राजनीतिक पार्टियां अपने-अपने तरीके से सेंध लगाने की कोशिशें करती नजर आ रही हैं।
नहीं होती है पूजा
कंबोडिया में अंकोरवाट मंदिरों की एक श्रृंखला है। करीब 162.6 हेक्टेयर में फैले इस मंदिर की प्राचीन शिल्पकारी को देखने दुनिया भर से पर्यटक पहुंचते हैं। इन मंदिर में पूजा नहीं होती है। यह मंदिर 12वीं शताब्दी में बना था।
समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने बुधवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि यदि प्रदेश में उनकी सरकार बनी तो वह इटावा में लायन सफारी के पास करीब दो हजार एकड़ भूमि पर भगवान विष्णु के नाम पर एक सिटी का विकास करेंगे, जहां भगवान विष्णु का भव्य मंदिर बनवाएंगे। अखिलेश ने कहा कि चंबल क्षेत्र में काफी जमीन है। उल्लेखनीय है कि उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने अपने बयान में कहा था कि राज्यसभा में उनका बहुमत होता तो वह अयोध्या राम मंदिर निर्माण के लिए विधेयक लाते। अखिलेश के मंदिर निर्माण को उप मुख्यमंत्री के दिए गए इस बयान के परिपेक्ष्य में जोड़कर देखा जा रहा है।
अखिलेश ने पलटवार करते हुए यह भी कहा है कि भाजपा षड्यंत्र में यकीन करती है और समाजवादी पार्टी विकास में। वे लोगों को बरगला कर उनके वोट हासिल करना चाहते हैं, जबकि हमें अपने विकास कार्यों पर भरोसा है। अखिलेश यादव ने अगले माह कन्नौज से हक और सम्मान साइकिल यात्रा शुरू करने की घोषणा भी की है। यात्रा के लिए बड़े पैमाने पर तैयारी की जा रही है। हालांकि अभी इसकी तारीख घोषित नहीं की गई है। 2019 के चुनाव से पहले ऐसे बयानों के राजनीतिक मायने भी निकाले जा रहे हैं। दलितों से लेकर सभी वर्गों में राजनीतिक पार्टियां अपने-अपने तरीके से सेंध लगाने की कोशिशें करती नजर आ रही हैं।
नहीं होती पूजा
कंबोडिया में अंगकोरवाट मंदिरों की एक श्रृंखला है। करीब 162.6 हेक्टेयर में फैले इस मंदिर की प्राचीन शिल्पकारी को देखने दुनिया भर से पर्यटक पहुंचते हैं। इन मंदिर में पूजा नहीं होती है। यह मंदिर 12वीं शताब्दी में बना था।