एमबीपीजी कॉलेज में कोरोना अपने पैर पसारने लगा है। लगातार कॉलेज आ रही एक महिला प्राध्यापक कोरोना संक्रमित पाई गई है। बुधवार को इसकी जानकारी मिलते ही अन्य प्राध्यापकों में खलबली मच गई। इसके बाद वरिष्ठ प्राध्यापकों का एक दल प्रभारी प्राचार्य डॉ. बीआर पंत के पास पहुंचा जहां कॉलेज बंद कराने की मांग उठाई गई। जहां काफी मंथन के बाद कॉलेज अगले तीन दिन तक बंद रखने का निर्णय लिया गया।
जानकारी के अनुसार एमबीपीजी कॉलेज के बीएड विभाग में कार्यरत एक सहायक प्राध्यापिका ने कुछ दिन पहले कोरोना टेस्ट कराया था। जिसके बाद से वे रोजाना कॉलेज आई। बीते मंगलवार को हुई बैठक में भी महिला प्राध्यापक शामिल रही थी। इस दौरान कई अन्य महिला और पुरुष प्राध्यापक उनके संपर्क में आये। इधर, बुधवार को कॉलेज पहुंचे प्राध्यापकों को मालूम चला कि संबंधित प्राध्यापिका कोरोना संक्रमित पाई गई है।
इसके बाद कॉलेज में अफरा तफरी का माहौल शुरू हो गया। प्राध्यापक एक दूसरे से स्वास्थ्य का हाल पूछने लगे। कुछ वरिष्ठ प्राध्यापकों से राय मशविरे के बाद प्राध्यापकों का एक दल प्रभारी प्राचार्य से मिलने पहुंचा। जहां एहतियात के तौर पर कॉलेज को बंद कराकर सेनिटाइज कराने की मांग की गई। जिसपर प्रभारी प्राचार्य डॉ. पंत ने कॉलेज को शनिवार तक बंद रखने के आदेश जारी किए। बताया कि अब कॉलेज सोमवार को खुलेगा।
पहले भी आया था मामला
एमबीपीजी कॉलेज में महिला प्राध्यापिका के कोरोना संक्रमित होने का यह दूसरा मामला है। कुछ दिनों पूर्व भूगोल विभाग की महिला प्राध्यापिका कोरोना संक्रमित पाई गई थी। हालांकि इसके बाद कुछ प्राध्यापकों द्वारा कॉलेज बंद कराने की मांग को ठुकरा दिया गया था। कहा गया था कि संबंधित प्राध्यापिका नैनीताल में संक्रमित पाई गई है ऐसे में कॉलेज बंद करना सही नहीं है।
लापरवाही बन रही कर रहा
बीते दिनों भूगोल विभाग की प्राध्यापिका के संक्रमित पाए जाने के बाद कॉलेज प्रशासन द्वारा सभी प्राध्यापकों और कर्मचारियों से कोरोना टेस्ट कराने को कहा गया। जिसके लिए स्वास्थ्य विभाग से भी वार्ता की गई। लेकिन अधिकांश प्राध्यापकों ने कोरोना जांच से किनारा कर लिया था।