जो लोग इस साल सही जगह निवेश की योजना बना रहे हैं, उनके लिए यह काम किसी चुनौती से कम नहीं है। दुनियाभर में तबाही मचा रही कोरोना महामारी से शेयर बाजार बेहद अस्थिर है। इस साल की शुरुआत से ही शेयर बाजार में भारी उतार-चढ़ाव देखा गया है, जिसके कारण निवेशक असमंजस में हैं कि वे कब और कहां निवेश करें। भारतीय शेयर बाजार जनवरी में अपने सर्वकालिक उच्च स्तर पर था, जिसके बाद मार्च में इसमें 23% की गिरावट दर्ज की गई।
हालांकि, अप्रैल में इसमें थोड़ा सुधार देखा गया, जिसके बाद सितंबर में यह एक सम्मान जनक स्तर पर पहुंचा। एक साल के भीतर निवेशकों ने बाजार के उच्च स्तर को देखा, जबकि कुछ को बाजार में गिरावट के कारण बेहद खराब अनुभवों से गुजरना पड़ा। हालांकि, कुछ लोगों का मानना है कि बाजार का मुश्किल दौर पहले ही गुजर चुका है, जबकि कुछ लोगों का मानना है कि चूंकि अभी तक वैक्सिन नहीं आई है, इसलिए कोरोना महामारी यहां लंबे वक्त तक रहने वाली है, इसलिए लोगों को बाजार के बेहद चौंकाने वाले उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकते हैं। लेकिन सच्चाई तो यही है कि ऐसे समय में अनुभवी निवेशकों के लिए भी यह अनुमान लगाना मुश्किल है कि आने वाले समय में क्या होग।
पारंपरिक निवेश उत्पादों से लोगों का भंग हुआ मोह
बाजार में आगे क्या होगा इसका अंदाजा लगा पाना मुश्किल है, लेकिन अभी भी कुछ रास्ते हैं, जिनकी मदद से इस संकट से उबरा जा सकता है। इससे, आपका निवेश पोर्टफोलियो न सिर्फ बरकरार रहेगा, बल्कि मजबूत भी होगा। इस तरह की अनिश्चितता की स्थिति में, जहां किसी चीज की गारंटी नहीं है और बाजार में भारी अनिश्चितता का माहौल है, ऐसे में शेयर बाजार से जुड़े निवेश उत्पादों में निवेश करने के बजाय गारंटीड रिटर्न देने वाले निवेश उत्पादों में निवेश करना ज्यादा बेहतर होगा। बाजार में ऐसे कई उत्पाद उपलब्ध हैं, जो टैक्स फ्री गारंटीड रिटर्न के साथ-साथ फिक्स्ड डिपॉजिट की तुलना में ज्यादा ब्याज देते हैं। ऐसे उत्पादों में से एक गारंटीड रिटर्न नॉन-पार्टिसिपेटिंग प्रॉडक्ट्स है।
कुछ साल पहले तक अपने निवेश पर गारंटीड और अधिकतम रिटर्न की चाहत रखने वाले निवेशक बैंकों के फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) में निवेश करते थे। हालांकि, पिछले कुछ सालों में चीज़ें काफी बदल गई हैं। पिछले छह सालों में बैंकों से जमा पर मिलने वाली ब्याज दर में भारी कमी हुई है। इसका अर्थ यह हुआ कि भले ही आपका पैसा सुरक्षित है, लेकिन लंबे समय तक के लिए उच्च ब्याज दर मिलने की गारंटी नहीं है। इसका कारण यह है कि बैंक द्वारा दिए जा रहे फिक्स्ड डिपॉजिट की ब्याज दरों को आप 10 साल से ज्यादा समय के लिए लॉक-इन नहीं कर सकते हैं।
इसके अलावा, बाजार की हालत को देखते हुए आने वाले समय में फिक्स्ड डिपॉजिट की दरों में अभी और गिरावट की आशंका है। इन सब के अतिरिक्त बैंकों में की गई फिक्स्ड डिपॉजिट टैक्स छूट के अधीन है, लेकिन रिटर्न पर किसी तरह की टैक्स छूट नहीं मिलती।
नॉन-पार्टिसिपेटिंग गारंटीड प्रॉडक्ट्स में निवेश
5 से 25 साल की अवधि के बीच गारंटीड और टैक्स-फ्री रिटर्न की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए इंश्योरेंस कंपनियों ने नॉन-पार्टिसिपेटिंग कैपिटल गारंटी प्रॉडक्ट्स पेश किया है। ये प्लान निवेशकों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए अलग-अलग पेमेंट टर्म और पॉलिसी टर्म के साथ आते हैं और अधिकतम आईआरआर (निवेश पर सालाना विकास दर का अनुमान) देने का वादा करते हैं, जो 5.3 और 5.8 के बीच हो सकता है। गारंटीड रिटर्न प्लान के तहत लंबी अवधि के रिटर्न की गारंटी दी जाती है, जो अधिकतम 25 साल हो सकती है।
इसके कुछ और फायदे हैं, जिनमें निवेश की गई रकम पर सेक्शन 80सी के तहत टैक्स बेनिफिट और रिटर्न पर सेक्शन 10 (10डी) के तहत टैक्स बेनिफिट शामिल हैं, जिसका अर्थ है कि आपका रिटर्न टैक्स फ्री होगा। इन प्रॉडक्ट्स का सबसे अहम पहलू है लाइफ कवर। जब आप नॉन-पार्टिसिपेटिंग गारंटीड रिटर्न प्लान के तहत रकम निवेश करते हैं, तो ग्राहक को सालाना प्रीमियम के 10 गुना के बराबर लाइफ कवर मिलता है। उदाहरण के लिए, अगर कोई ग्राहक सालाना दो लाख रुपये का निवेश करता है और उसकी अचानक मृत्यु हो जाती है, तो उसके परिवार को 20 लाख रुपये का सम एश्योर्ड मिलेगा।
निवेश के विकल्प
कुछ बड़ी इंश्योरेंस कंपनियां नॉन-पार्टिसिपेटिंग प्रॉडक्ट्स की पेशकश कर रही हैं, जिनमें एचडीएफसी लाइफ संचय भी शामिल है। इस प्लान के तहत अगर 30 साल की आयु का कोई व्यक्ति 15 साल की पॉलिसी अवधि और 10 साल की भुगतान अवधि के लिए हर माह 5,000 रुपये का निवेश करता है, तो पॉलिसी के परिपक्व होने पर 5.61% के आईआरआर के हिसाब से उसे 10.77 लाख रुपये की एकमुश्त रकम मिलेगी। इसी तरह, आदित्य बिड़ला कैपिटल का गारंटीड माइलस्टोन प्लान भी उपलब्ध है, जिसमें अगर 30 साल की आयु का कोई व्यक्ति 20 साल की अवधि वाली पॉलिसी खरीदता है, जिसकी भुगतान अवधि 10 साल है, तो पॉलिसी परिपक्व होने पर उसे 5.51% आईआरआर के हिसाब से 13.94 लाख रुपये एकमुश्त मिलेंगे।
जो लोग एकमुश्त रकम के बजाय लंबी अवधि तक के लिए मासिक आमदनी चाहते हैं, उन लोगों के लिए भी प्लान उपलब्ध है। इस तरह का एक प्लान बजाज आलियांज लाइफ का गारंटीड इनकम गोल-इनकम है। इस प्लान के तहत, 30 साल की आयु का एक व्यक्ति 10 साल की पॉलिसी अवधि और 10 साल की भुगतान अवधि के लिए सालाना 60,000 रुपये का निवेश करता है, तो उसे 10 सालों तक 76,109 रुपये की सालाना आमदनी होगी। इस प्लान के तहत, 10 सालों की भुगतान अवधि के बाद सम एश्योर्ड में 5% की वृद्धि होती है।