टीम इंडिया के ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा ने कैनबरा में तीसरे वनडे मुकाबले में भारत के लिए सातवें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए बेहतरीन पारी खेली। जडेजा ने कमाल की पारी खेलते हुए इस मैच में 50 गेंदों का सामना करते हुए नाबाद 66 रन बनाए। उन्होंने अपनी पारी में 5 चौके व 3 छक्के भी लगाए और उनका स्ट्राइक रेट 132.00 का रहा।
तीसरे वनडे मैच में रवींद्र जडेजा ने हार्दिक पांड्या (नाबाद 92 रन) के साथ मिलकर छठे विकेट के लिए नाबाद 150 रन की साझेदारी करते हुए टीम के स्कोर को 302 तक पहुंचा दिया। ये मैच रवींद्र जडेजा के कुछ खास रहा। सबसे पहले तो ये कि उन्होंने सातवें नंबर पर वनडे क्रिकेट में ऑस्ट्रेलिया में बल्लेबाजी करते हुए 12 साल के बाद अर्धशतकीय पारी खेली। इससे पहले 2008 में सातवें नंबर पर भारत की तरफ से ऑस्ट्रेलिया में वनडे में रॉबिन उथप्पा ने 51 रन की पारी खेली थी।
रवींद्र जडेजा ने इस मैच में नाबाद 66 रन की पारी खेलकर ऑस्ट्रेलियाई धरती पर भारत की तरफ से वनडे में सातवें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए दूसरी सबसे बड़ी पारी खेली। उन्होंने इस मामले में दूसरे नंबर पर मौजूद हेमंग बदानी को पीछे छोड़ा जिन्होंने 2004 में नाबाद 60 रन की पारी खेली थी। अब जडेजा इस मामले में दूसरे नंबर पर आ गए हैं और हेमंग तीसरे स्थान पर खिसक गए। वनडे में ऑस्ट्रेलिया में भारत की तरफ से सातवें नंबर पर सबसे बड़ी पारी खेलने का रिकॉर्ड कपिल देव के नाम पर है। कपिल ने 1980 में इस टीम के खिलाफ 75 रन की पारी खेली थी।
ऑस्ट्रेलिया में वनडे में सातवें नंबर पर भारत की तरफ से सबसे बड़ी पारी खेलने वाले टॉप 4 बल्लेबाज-
75 – कपिल देव (1980)
66* – रवींद्र जडेजा (2020)
60* – हेमंग बदानी (2004)
51 – रॉबिन उथप्पा (2008)