राहुल गांधी ने बुधवार को जर्मनी में छात्रों से बात करते हुए मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला. इस दौरान राहुल गांधी ने कहा कि मोदी सरकार जिस तरह शासन कर रही है, उससे देश में हिंसा और नफरत का माहौल बना हुआ है.
राहुल ने कहा कि 21वीं सदी में अगर आप किसी को जगह नहीं देंगे. अगर आप किसी को कोई विजन नहीं देंगे, तो किसी अन्य जगह से उसे विजन मिलेगा. ये बात कहते हुए उन्होंने इस्लामिक स्टेट (IS) का उदाहरण दिया.
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि जब अमेरिका के एक कानून ने इराक के एक समुदाय को सरकारी नौकरियों से बेदखल रखा, तो उन्होंने एक आतंकी ग्रुप (IS) बना लिया. उन्होंने कहा कि इसी तरह की नीतियों से इराक और सीरिया में आज बुरा हाल है
राहुल के इस उदाहरण ने भारतीय जनता पार्टी को उनपर हमला करने का मौका दे दिया है. बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने गुरुवार को ट्वीट किया कि राहुल गांधी के द्वारा सीरिया में ISIS को लेकर दिया गया उदाहरण डराने वाला है, वह एक तरह से कह रहे हैं कि अगर मोदी जी भारत को कोई विजन नहीं दिया तो कोई और (ISIS) विजन देगा. क्या सच में वो प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार हैं?
इस दौरान राहुल गांधी ने नोटबंदी और जीएसटी को लेकर भी मोदी सरकार को कठघरे में खड़ा किया. उन्होंने कहा कि नोटबंदी और जीएसटी ने छोटे उद्योगों के नगद प्रवाह को बर्बाद कर दिया और अनौपचारिक क्षेत्र में काम करने वाले लाखों लोग बेरोजगार हो गए. बड़ी संख्या में छोटे व्यवसायों में काम करने वाले लोगों को वापस अपने गांव लौटने को मजबूर होना पड़ा. इससे लोग काफी नाराज़ हैं. लिंचिंग के बारे में जो कुछ भी हम सुनते हैं, वो इसी का परिणाम है.