बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) के नेतृत्व में नवगठित राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की सरकार का पहला सार्वजनिक कार्यक्रम सोमवार को राजधानी पटना में हुआ। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार के पहले और सबसे बड़े एलिवेटेड पथ का उद्घाटन किया। पटना के दीघा से अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) के बीच बने इस एलिवेटेड कॉरिडोर के उद्घाटन के अवसर पर उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद (Tar Kishore Prasad) व रेणु देवी (Renu Devi), पथ निर्माण मंत्री मंगल पांडेय (Mangal Pandey) एवं सांसद रामकृपाल यादव (Ram Kripal Yadav) भी मौजूद रहे।
नई सरकार का पहला उपहार
उद्घाटन के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि यह राज्य की जनता के लिए एनडीए की नई सरकार का पहला उपहार है। इससे यात्रा सुगम हो जाएगी। अब जेपी सेतु की तरफ जाने वाले वाहनों को उत्तर बिहार के मुजफ्फरपुर समेत अन्य शहरों की ओर जाने में आसानी होगी। इसी तरह उत्तर बिहार से राजधानी पटना, एम्स, जहानाबाद, गया और औरंगाबाद समेत अन्य शहरों में जाना आसान हो जाएगा। जाम में फंसे बिना वे कम समय में जा सकते हैं।
बिहार का सबसे लंबा एलिवेटेड पथ
उत्तर और दक्षिण बिहार के बीच आवागमन को सहज बनाने के लिहाज से बनाए गए प्रदेश के इस पहले एलिवेटेड पथ के निर्माण पर करीब 13 सौ करोड़ रुपये की लागत आई है। नई सरकार का यह पहला सार्वजनिक कार्यक्रम भी था। उद्घाटन के साथ ही इस पथ पर वाहनों का आना-जाना शुरू हो गया। पुल के निर्माण में कई नई तकनीक का इस्तेमाल किया गया है। एलिवेटेड कारिडोर के साथ 106 मीटर लंबा रेल ओवर ब्रिज भी बनाया गया है। 12.27 किमी लंबे इस पुल को पार करने में महज आठ मिनट का समय लगेगा। बिहार राज्य पथ विकास निगम (बीएसआरडीसी) के एमडी संजय अग्रवाल ने इसे बिहार का सबसे लंबा एलिवेटेड पथ बताया।
सीएम नीतीश ने नवंबर 2013 में किया था शिलान्यास
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नवंबर 2013 में इसका शिलान्यास किया था। इसे बनवाने की सोच भी उनकी ही थी। इसका निर्माण अक्टूबर 2016 तक पूरा कर लेना था। हालांकि, कुछ समस्याओं के कारण इसके निर्माण में सात साल लग गए।