लखनऊ। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि उत्तर प्रदेश सरकार अपराधियों के आगे नतमस्तक है। विकास कार्य अवरुद्ध है। किसान आंदोलित हैं। इसके बावजूद मुख्यमंत्री जी देशाटन पर हैं। अपनी संवैधानिक जिम्मेदारी का निर्वहन करने के बजाय उनका मन स्टार प्रचारक बनकर दूसरे राज्यों में जाने और उनके शहरों के नाम बदलवाने में ज्यादा लगता है। अखिलेश ने रविवार को कहा कि प्रदेश के अन्नदाता की भाजपा सरकार को परवाह नहीं। किसानों के प्रति नफरत रखना, उन्हें आतंकवादी और गुण्डा बताना भाजपा की ओछी मानसिकता का प्रदर्शन है। खेती, किसान, गांव में रहने वालों और गरीबों के लिए भाजपा में कोई हमदर्दी नहीं। उन्हें चिंता है तो बस कॉरपोरेट घरानों की कि कैसे उनकी झोलियां भरी जाएं और प्रदेश की सम्पत्ति उनकी मर्जी से बंधक बनाई जाए। उन्होंने कहा कि किसानों को आतंकवादी कहकर अपमानित करना भाजपा का निकृष्टतम रूप है। ये अमीरों की पक्षधर, भाजपा का खेती-खेत छोटा व्यापार, दुकानदारी, सड़क परिवहन सब कुछ, बड़े लोगों को गिरवी रखने का षड्यंत्र है। अगर भाजपा के अनुसार किसान आतंकवादी है तो भाजपाई कसम खाए उनका उगाया अन्न नहीं खाएंगे।
सपा अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा सरकार के रहते हालात सुधरने वाले नहीं। जनता के जानमाल की रक्षा की कोई उम्मीद नहीं। शिक्षामित्रों की समस्याएं जस की तस है। 17,000 अनुदेशकों को प्रतिमाह वेतन देने का वादा भाजपा ने किया। लेकिन, दिया नहीं। विवश होकर वे आत्महत्या कर रहे हैं। हाल ही में सिद्धार्थनगर के बृजपाल ने फांसी लगा ली। उन्होंने कहा कि अपने उत्तर प्रदेश में पत्रकार सबसे ज्यादा खतरे में है। कई पत्रकारों की जाने गई है। शनिवार को ही बलरामपुर में पत्रकार राकेश सिंह निर्भीक और उनके साथी पिंटू साहू की जिंदा जला दिया गया। प्रयागराज के सोरांव थानान्तर्गत तेजोपुर गांव में शनिवार तड़के किसान हरिश्चन्द्र की हत्या कर लाश पुआल संग फूंक दी गई। अलीगढ़ में टायर विक्रेता, मथुरा में डेयरी संचालक और अम्बेडकरनगर में अमीन की गला रेत कर हत्या कर दी गई। उन्होंने कहा कि भाजपा आदर्श की बड़ी-बड़ी बातें करती है, किन्तु उसके राज में बहन-बेटियों की जिंदगी सबसे ज्यादा असुरक्षित हो गई है।