मुंबई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को पुणे स्थित सीरम इंस्टीटयूट आफ इंडिया (एसआईआई) में कोरोना वैक्सीन की तैयारियों का जायजा लिया। एसआईआई; ब्रिटेन की एस्ट्राजेनका और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की तरफ से तैयार वैक्सीन का परीक्षण और उत्पादन कर रहा है। एसआईआई के सीईओ ए. पूनावाला ने वहां पहुंचे पर प्रधानमंत्री का स्वागत किया और वैक्सीन के परीक्षण एवं उत्पादन के बारे में उनको विस्तृत जानकारी दी। सीरम इंस्टीट्यूट परिसर में प्रधानमंत्री मोदी सवा घंटे रहे। इस दौरान प्रधानमंत्री ने वहां के विज्ञानियों के साथ बैठक कर वैक्सीन के निर्माण में आ रही चुनौतियों की समीक्षा की।
पूनावाला ने पत्रकारों को बताया कि हम कोरोना वैक्सीन के परीक्षण के तीसरे चरण तक पहुंच चुके हैं। सीरम इंस्टीट्यूट का लक्ष्य जुलाई 2021 तक 30 करोड़ कोविशिल्ड वैक्सीन बनाने का है। सीरम की प्राथमिकता सबसे पहले भारत में कोरोना का वैक्सीन उपलब्ध करवाने की है। आम जनता के लिए यह वैक्सीन बहुत ही कम कीमत पर उपलब्ध करवाया जाएगा। कोविशिल्ड वैक्सीन के रखरखाव की भी बेहतर व्यवस्था की गई है। कोविशिल्ड के बाजार में आने के बाद अस्पतालों में 60 फीसदी से ज्यादा मरीज कम हो जाएंगे।
पूनावाला ने कहा कि कोविशिल्ड के वितरण का लाईसेंस प्राप्त करने के लिए बहुत जल्द केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से अनुमति मांगी जाएगी। प्रधानमंत्री कोविशिल्ड को लेकर सकारात्मक हैं इसलिए अनुमति मिलने में कोई दिक्कत नहीं आने वाली है। सीरम इंस्टीट्यूट में अब तक 4 करोड़ कोविशिल्ड वैक्सीन बन कर तैयार हैं। इनके परीक्षण का तीसरा दौर शुरू है। उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री ने शनिवार को ही अहमदाबाद में जायडस बायोटेक पार्क और हैदराबाद में भारत बायोटेक का भी दौरा किया और वहां कोरोना वैक्सीन की तैयारियों का जायजा लिया।