जसप्रीत बुमराह (85 रनों पर पांच विकेट) की बेहतरीन गेंदबाजी के दम पर भारत ट्रेंट ब्रिज टेस्ट में जीत दर्ज करने से मात्र एक विकेट दूर है. 521 रनों के पहाड़ जैसे लक्ष्य का पीछा करने उतरी इंग्लैंड की टीम ने तीसरे टेस्ट मैच के चौथे दिन 311 रनों पर 9 विकेट गंवा दिए. मेजबान टीम को मैच जीतने के लिए अभी भी 210 रन और बनाने हैं और पुछल्लों की आखिरी जोड़ी क्रीज पर है.
इंग्लैंड की धरती पर भारत के पास 32 साल में पहली बार रनों के लिहाज से सबसे बड़ी जीत का मौका है. भारतीय टीम ने 1986 में कपिल देव की कप्तानी में इंग्लैंड के खिलाफ लीड्स में 279 रनों से जीत दर्ज की थी. टीम इंडिया ने इसके बाद लॉर्ड्स में 2014 में इंग्लैंड को 95 रनों से हराया था. विराट कोहली अपनी कप्तानी में बड़ी उपलब्धि हासिल करने की दहलीज पर हैं.
वैसे विदेशी धरती पर टीम इंडिया को रनों के लिहाज से सबसे बड़ी जीत भी विराट की कप्तानी में मिली थी, जब भारत ने 2017 में श्रीलंका से गॉल टेस्ट 304 रनों से जीता था.
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— Sony Sports (@SonySportsIndia) August 21, 2018
विदेश में भारत की सबसे बड़ी जीत (रनों के लिहाज से)
1. गॉल टेस्ट: श्रीलंका को 304 रनों से हराया- 2017 में
2. लीड्स टेस्ट: इंग्लैंड को 279 रनों से हराया- 1986 में
3. कोलंबो टेस्ट: श्रीलंका को 278 रनों से हराया- 2015 में
4. ऑकलैंड टेस्ट: न्यूजीलैंड को 272 रनों से हराया- 1968 में
5. ग्रोस इस्लेट टेस्ट: वेस्टइंडीज को 237 रनों से हराया- 2016 में
भारतीय टीम चौथे दिन ही मैच अपने नाम कर लेती, लेकिन जोस बटलर (106) और बेन स्टोक्स (62) के बीच पांचवें विकेट के लिए हुई 169 रनों की शतकीय साझेदारी के बाद आदिल राशिद (नाबाद 30) और स्टुअर्ट ब्रॉड (20) के बीच नौवें विकेट के लिए हुई 50 रन की उपयोगी साझेदारी के चलते वह इससे महरूम रह गया.