हर्षिल घाटी में बुधवार की रात को सीजन का सबसे बड़ा हिमपात हुआ है। गुरुवार की सुबह तक हर्षिल घाटी में एक फीट से अधिक बर्फ की चादर जम चुकी है। गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग डबराणी से गंगोत्री तक (45 किलोमीटर क्षेत्र) बंद हो गया है, जबकि हर्षिल से मुखवा, जसपुर से पुराली को जोड़ने वाली सड़क के अलावा पैदल रास्ते भी बर्फ से ढक गए हैं। बर्फबारी ने घाटी को श्वेत कर्फ्यू के आगोश में ले लिया है।
गंगा के शीतकालीन प्रवास स्थल मुखवा गांव निवासी राजेश सेमवाल ने कहा कि हर्षिल घाटी में यह तीसरी बर्फबारी है। लेकिन, पहली दो बर्फबारी में केवल दो-तीन इंच ही बर्फ जमी थी। लेकिन बुधवार की रात भर बर्फबारी जारी रही, गुरुवार की सुबह भी बर्फबारी जारी है। मुखवा गांव में एक फीट से अधिक बर्फ जम चुकी है। रास्ते बंद हो चुके हैं। ग्रामीण बर्फ पिघलाकर ही पानी का इंतजाम कर रहे हैं। बर्फबारी से पूरी घाटी शीतलहर की आगोश में आ चुकी है।
गंगोत्री-यमुनोत्री में डेढ़ फीट से अधिक बर्फ जमी
गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में भी डेढ़ फीट से अधिक बर्फ की चादर जमी है। आसपास की पहाड़ियों भी बर्फ की चादर में ढक चुकी हैं। इसके अलावा दयारा बुग्याल, डोडीताल, हरकीदून, केदारकांठा में भी एक फिट से अधिक बर्फ गिरी है। सांकरी, खरसाली, ओसला, गंगाड़, ढाटमीटर, लिवाड़ी फिताड़ी गांव भी बर्फ से ढक चुके हैं।
उत्तरकाशी में तापमान में आयी भारी गिरावट
उत्तरकाशी जिला मुख्यालय, पुरोला, नौगांव, बडकोट, चिन्यालीसौड़, मोरी और आराकोट में बारिश हो रही है। बारिश और बर्फबारी के कारण पूरे जनपद में तापमान में भारी गिरावट आयी। उत्तरकाशी जिला मुख्यालय का अधिकतम तापमान 12 डिग्री और न्यूनतम तापमान 4 डिग्री दर्ज किया गया है। बर्फबारी को देखते हुए जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने जीवन रेख से जुड़े विभागों और आपदा प्रबंधन को अर्लट रहने के निर्देश दिए हैं।