अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ के केंद्रीय ट्रेड यूनियन ने राष्ट्रव्यापी हड़ताल को पंजाब बैंक इम्प्लाइज फेडरेशन के सदस्यों ने समर्थन देते हुए केंद्र सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया। बैंक कर्मचारी निर्मल कंपलेक्स ओबीसी बैंक में एकत्रित होकर रोष रैली निकाली। रैली स्काई लार्क से होती हुई दोबारा निर्मल कंपलेक्स में पहुंची। एक दिन हड़ताल से 380 करोड़ का कारोबार प्रभावित हुआ है।
बैंक कर्मचारियों ने कहा कि केंद्र सरकार मजूदरों के कानून में बदलाव कर रही है। निजी बैंकों को बढ़ावा दे रही है। मजबूर वर्ग के घंटे निश्चित नहीं किए है। सरकार मजदूर विरोधी कानून बना रही है जो कि बर्दाश्त नहीं होंगे। उन्होंने कहा कि सरकार सरकारी बैंकों को मर्ज कर रही है। अरबों रुपए कारपोरेट जगत का ऋण को एनपीए करने जा रही है। इस अवसर पर कामरेड वेद कुमार, कमलजीत सिंह कालड़ा, एचएस बीर, दिलीप शर्मा, राज कुमार भगत, आरके जौली, संजीव भल्ला, बलवंत राय, जसविंदर सिंह उपस्थित थे।
एक दिन में नहीं हुए चेक क्लीयर
जिले की 650 बैंक शाखा के तीन हजार से अधिक कर्मचारी हड़ताल पर रहें। एक दिन की हड़ताल से 200 करोड़ रुपए की नगद ट्रांस्जेक्शन नहीं सकी। 180 करोड़ के चेक क्लीयर नहीं हुए। बीस हजार के चेक क्लीयर नहीं हुए।
पंजाब बैंक इंप्लाइज एसोसिएशन के चेयरमैन अमृत लाल ने कहा कि केंद्र सरकार मजदूरी विरोधी कानून बना रही है, जोकि सरासर गलत है। एक दिन की हड़ताल से 380 करोड़ का कारोबार प्रभावित हुआ है। जिसमें 200 करोड़ की ट्रांस्जेक्शन व 180 करोड़ के चेक नहीं लगे। सरकार निजी बैंकों को बढ़ावा दे रही है। राष्ट्रीय बैंकों को मर्ज कर रही है।