लखनऊ। धर्मान्तरण के खिलाफ लाए गए अध्यादेश के बीच समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को एक बार फिर योगी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी जिहादी उन्माद फैलाकर फिर जनता को भटकाने की कोशिश में लग गए हैं। रोज नए-नए कड़े कानून अपनी अकर्मण्यता छुपाने के लिए ही लाए जा रहे हैं। सख्त बयान तो किसी मर्ज का इलाज नहीं है। वैसे भी कानून कड़ा या नरम नहीं होता है, उसका कैसे प्रयोग होता है, इस पर उसका प्रभावी या अप्रभावी होना निर्भर करता है। अखिलेश ने कहा कि भाजपा सरकार के प्रदेश की सत्ता में पौने चार साल बीत रहे हैं। पर, जनता की तकलीफें घटने के बजाय बढ़ती गई है। अर्थव्यवस्था खराब दौर से गुजर रही है। महंगाई और भ्रष्टाचार चरम पर है। काला बाजारियों और जमाखोरों पर कोई अंकुश नहीं है। कानून व्यवस्था चौपट है। बर्बादी के इन बुरे दिनों में भी भाजपा सरकार को बस दो ही बातें सूझ रही है। ‘राम नाम सत्य’ करो या फिर ‘जेहाद’ बोल दो।
सपा अध्यक्ष ने कहा कि चाहे कर्ज के बोझ तले दबकर किसान का दम निकल जाए, बेकारी से परेशान नौजवान फांसी पर लटक जाए, बीमारी से किसी की सांसे अटक जाएं, बच्चियां अपनी लाज बचाने को जहर खा लें, महंगाई की मार से कोई सपरिवार आत्महत्या कर ले-इस सबसे भाजपा सरकार और मुख्यमंत्री को कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है। उनको हर मसले के हल का एक ही बीज मंत्र याद है ‘राम नाम सत्य’ कर दो। उन्होंने कहा कि जो सरकार चारों पहर ‘राम नाम सत्य’ का जाप करती हो वह किसी के बारे में शुभ सोच ही नहीं सकती है।