भगवान श्रीराम ने श्रृंग्वेरपुर धाम में जन-जन को राम बना दिया : शंकराचार्य
प्रयागराज। कार्तिक शुक्ल पक्ष देवोत्थान एकादशी से कार्तिक पूर्णिमा तक प्रतिवर्ष की भांति श्रृंग्वेरपुर धाम प्रयागराज में आयोजित राष्ट्रीय रामायण मेला भारतीय संस्कृति और राष्ट्रीय जागरण का प्रतीक है। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा यहां 14 करोड़ की लागत से निषादराज उद्यान स्थापित किया जायेगा। यह बातें बुधवार को मुख्य अतिथि पर्यटन, धर्मार्थ व संस्कृति(स्वतंत्र प्रभार) मंत्री डा.नीलकंठ तिवारी ने बुधवार की सायं श्रृंग्वेरपुर धाम में आयोजित 31वें राष्ट्रीय मेला में जनमानस को सम्बोधित करते हुए कही। उन्होंने आगे कहा कि समाज में ऐसी कभी कोई परेशानी आयी तो उसका निराकरण सन्तों ने ही किया है। यहां जो निषादराज उद्यान बनाया जायेगा, उसकी स्वीकृति यूपी सरकार ने दे दिया है।
शंकराचार्य वासुदेवानंद सरस्वती ने मॉं गंगा एवं शांता श्रृंगी ऋषि का पूजन करने के उपरांत केन्द्र व राज्य सरकार के विभिन्न विभागों द्वारा आयोजित विकास प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीराम अयोध्या में राजा थे, लेकिन श्रृंग्वेरपुर धाम में उन्होंने जन-जन को राम बना दिया। उन्होंने कहा कि उस समय आत्ततायी बहुत थे, जिनका उन्होंने संहार कर जनमानस को मुक्ति दिलायी। राष्ट्रीय रामायण मेला अध्यक्ष डॉ. बालकृष्ण पाण्डेय एवं उपाध्यक्ष जे.एन यादव ने संयुक्त रूप से कार्यक्रम के बारे में बताया कि राष्ट्रीय मेले का समापन 29 नवम्बर को होगा। इस दौरान प्रतिदिन अपराह्न एक से छह बजे तक श्री राम कथा-मानस प्रवचन होगा। 26 नवम्बर को वृहद साक्षरता एवं जागरूकता सम्मेलन, विद्यालयों व महाविद्यालयों के छात्रों द्वारा श्रीरामचरित मानस पर आधारित रामायण ज्ञान पोस्टर प्रतियोगिता, निबन्ध व सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। 27 नवम्बर को अखिल भारतीय पत्रकार सम्मेलन द्वारा भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ का कार्यक्रम तथा निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर एवं कवि सम्मेलन व मुशायरा का भी आयोजन होगा। 28 नवम्बर को कृषि ग्रामीण एवं विकास सम्मेलन तथा गंगा स्वच्छता संगोष्ठी आयोजित होगी। कार्यक्रम में तीर्थ पुरोहित काली सहाय त्रिपाठी ने पूरे विधि-विधान से पूजन अर्चन कराया। संचालन उमेश चन्द्र द्विवेदी ने किया। इस दौरान राष्ट्रीय रामायण मेला अध्यक्ष डॉ. बालकृष्ण पाण्डेय, उपाध्यक्ष जे.एन यादव सहित तमाम लोग उपस्थित रहे।