दिल्ली-एनसीआर में एक बार फिर वायु गुणवत्ता स्तर गंभीर श्रेणी में पहुंच गया है। इससे पहले 15 नवंबर को दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता स्तर गंभीर श्रेणी में पहुंच गया था। इस दिन शाम को बारिश के चलते यह खराब श्रेणी में पहुंच गया। तब से लोगों को राहत मिली हुई थी। इससे पहले कई दिनों की आंशिक राहत के बाद मंगलवार को गुरुग्राम को छोड़कर सभी जगह हवा फिर से बहुत खराब श्रेणी में पहुंच गई। एयर इंडेक्स 300 से ऊपर दर्ज किया गया। गाजियाबाद का इंडेक्स तो 400 से भी ऊपर (गंभीर श्रेणी में) दर्ज किया गया। दिल्ली के विभिन्न इलाकों में भी एयर इंडेक्स 400 पार ही दर्ज किया गया।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के मुताबिक, मंगलवार को दिल्ली का एयर इंडेक्स 379 रहा। फरीदाबाद का एयर इंडेक्स 360, ग्रेटर नोएडा का 382, नोएडा का 396, गाजियाबाद का 428 व गुरुग्राम का एयर इंडेक्स 296 दर्ज किया गया। केवल गुरुग्राम की हवा खराब श्रेणी में रही। दूसरी तरफ शाम पांच बजे दिल्ली का पीएम-2.5 जहां 181 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर रहा, वहीं पीएम-10 267 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर दर्ज हुआ।
सफर के मुताबिक मंगलवार को प्रदूषण में पराली की हिस्सेदारी पांच फीसद रही। पंजाब और हरियाणा में पराली जलने की 189 घटनाएं सामने आईं। मंगलवार को हवा की दिशा उत्तर-पश्चिमी हो गई, जबकि गति शांत रही। इसीलिए प्रदूषण में इजाफा हुआ। अगले दो दिनों तक दिल्ली-एनसीआर की हवा बहुत खराब श्रेणी में रहने की संभावना है।
कई दिनों से खराब या मध्यम श्रेणी में थी हवा
मालूम हो कि दीवाली के अगले दिन दिल्ली-एनसीआर की हवा गंभीर श्रेणी में पहुंची थी, लेकिन उसके बाद मौसम की मेहरबानी से यह लगातार खराब या मध्यम श्रेणी में चल रही थी। हालांकि संभावना जताई जा रही है कि एयर इंडेक्स बहुत खराब श्रेणी में ही उच्च स्तर तक रह सकता है। गंभीर श्रेणी में जाने के आसार ज्यादा नहीं हैं।
बता दें कि पंजाब और हरियाणा में पराली जलाए जाने के चलते भी दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण में इजाफा हुआ है। इसका मुद्दा मंगलवार को पीएम मोदी के साथ हुई वर्चुअल बैठक में भी उठा।