ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होने वाली चार मैचों की टेस्ट सीरीज के पहले दो मैचों को भारतीय टीम के सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा और तेज गेंदबाज इशांत शर्मा मिस कर सकते हैं, क्योंकि वे अभी नेशनल क्रिकेट एकेडमी यानी एनसीए में अपनी चोट से उबर रहे हैं। इस बीच कंगारू टीम के मुख्य कोच जस्टिन लैंगर ने कहा है कि रोहित शर्मा और इशांत शर्मा अगर टेस्ट सीरीज के शुरुआती दो मैचों में नहीं खेलते हैं तो इसका मेजबान टीम की मानसिकता पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
जस्टिन लैंगर ने कहा कि दोनों टीमों के बीच बीते कुछ वर्षों में होती आ रही सीमित ओवरों की सीरीज से टीम को मदद मिलेगी। जब लैंगर से ये पूछा गया कि क्या रोहित और इशांत के शुरुआती दो टेस्ट मैचों में न रहने से ऑस्ट्रेलिया की टीम को फर्क पड़ेगा? इसके जवाब में लैंगर ने कहा, “यह हमारा काम नहीं है। हमारी अपनी चुनौतियां हैं। हम मैच की सुबह पहली बार एक ग्रुप के तौर पर एक साथ आएंगे। यह भारतीय टीम के ऊपर है कि वो क्या करती है और किसे चुनती है। इन बातों पर हमारा कोई नियंत्रण नहीं होगा। कोविड-19 के दौरान एक चीज मैंने सीखी है कि अगर आप उन चीजों पर ध्यान देंगे जो आपके बस में नहीं हैं तो आप पागल हो जाएंगे। वह जिसे चाहें उसे चुन सकते हैं।”
रोहित और इशांत इस समय बेंगलुरु स्थित राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में रीहैब की प्रक्रिया की गुजर रहे हैं। ऐसी खबरें थीं कि रोहित और इशांत टेस्ट सीरीज से बाहर हो सकते हैं, लेकिन बाद में सामने आया कि वे पहले दो टेस्ट मैचों को मिस करेंगे, क्योंकि इन्हें ठीक होने में अभी समय लगेगा और फिर वह सख्त क्वारंटाइन प्रक्रिया से गुजरेंगे। भारत और मेजबान ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर-गावस्कर सीरीज का पहला टेस्ट मैच 17 दिसंबर से होगा, जो कि डे-नाइट मैच होगा।
लैंगर ने ये भी माना है कि दोनों देशों के बीच इसी साल सीमित ओवरों की सीरीज हो चुकी है। ऐसे में भारतीय गेंदबाजों को खेलने में ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाजों को आसानी होगी। उन्होंने कहा है, “हम जानते हैं कि जसप्रीत बुमराह विश्व स्तरीय गेंदबाज हैं। मोहम्मद शमी के साथ यह एक शानदार ओपनिंग जोड़ी होगी। आइपीएल में खेलकर हमारे खिलाड़ियों ने इन्हें परखा है। पिछले कुछ समय में हमने 14 वनडे खेले हैं। हमारे खिलाड़ियों ने उन्हें काफी देखा है। मुझे प्रतिद्वंदिता के बारे में यह बात पसंद है। हम उनके गेंदबाजों का सम्मान करते हैं।”