विदेश मंत्री एस जयशंकर खाड़ी देशों के दौरे पर हैं। विदेश मंत्री एस जयशंकर खाड़ी देशों की अपनी यात्रा के दौरान बहरीन पहुंचे हैं। इस दौरान एस जयशंकर ने बहरीन के प्रधानमंत्री खलीफा बिन सलमान अल खलीफा के निधन पर बहरीन नेतृत्व को सरकार और भारत के लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। उनका 11 नवंबर को बीमारी के बाद निधन हो गया था। दुनिया के सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले प्रधानमंत्रियों में से एक प्रिंस खलीफा का 11 नवंबर को अमेरिका में 84 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उन्हें 13 नवंबर को दफनाया गया था।
किंग हमाद बिन ईसा अल-खलीफा के अंकल प्रिंस खलीफा 1970 से बहरीन के प्रधानमंत्री के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे थे और आज 2020 में मौत तक वह पीएम पद पर बने रहे। उन्होंने 1971 में बहरीन की स्वतंत्रता से एक साल पहले पदभार ग्रहण किया था।
24 से 25 नवंबर तक बहरीन की दो दिवसीय यात्रा पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने द्विपक्षीय मुद्दों के साथ-साथ अपने बहरीन के समकक्ष अब्दुल्ल लतीफ बिन राशिद अल ज़ायनी के साथ पारस्परिक हित के क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर बातचीत की। इस बैठक के दौरान विदेश मंत्री एस जयशंकर ने प्रिंस खलीफा के निधन पर शोक व्यक्त किया। जयशंकर ने मंगलवार को इसको लेकर ट्वीट किया- विदेश मंत्री डॉ. अब्दुल्ल लतीफ बिन रशीद अल ज़ायानी के साथ बैठक के साथ बहरीन यात्रा की शुरुआत। उन्होंने इस दौरान पूर्व पीएम प्रिंस खलीफा बिन सलमान अल खलील के निधन पर गंभीर संवेदना व्यक्त की।
भारतीय दूतावास ने भी किया याद
13 नवंबर को बहरीन में भारत के दूतावास ने प्रिंस खलीफा के निधन पर एक शोक सभा आयोजित की। भारतीय दूतावास ने एक बयान में कहा कि प्रिंस खलीफा की आत्मा को सम्मान देने के लिए दूतावास के सभी अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे। इस मौके पर बोलते हुए भारतीय राजदूत पीयूष श्रीवास्तव ने द्विपक्षीय साझेदारी को आगे बढ़ाने में और खाड़ी राज्य में भारतीय समुदाय के लिए उनके विशेष देखभाल और स्नेह के बारे में दिवंगत प्रधान मंत्री के अपार योगदान के बारे में बात की।