नई दिल्ली। कांग्रेस के कद्दावर नेता अहमद पटेल के निधन पर पार्टी में शोक की लहर है। उन्होंने बुधवार सुबह करीब 3.30 बजे अंतिम सांस ली। वे 71 वर्ष के थे। उनकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद से वो पिछले एक महीने से गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती थे। उनके बेटे फैजल ने ट्विटर के जरिए पिता के मौत की जानकारी दी। उनके निधन पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल और प्रियंका गांधी समेत कई कांग्रेस नेताओं ने शोक व्यक्त किया है। कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा “मैंने एक वफादार सहयोगी, एक दोस्त और एक ऐसे कार्यकर्ता को खो दिया, जिसकी जगह कोई नहीं ले सकता। उन्होंने अपना पूरा जीवन कांग्रेस को समर्पित कर दिया। ईमानदारी, समर्पण, कर्तव्यनिष्ठा, मददगार स्वभाव और उदारता कुछ ऐसे गुण है जो उन्हें दूसरों से अलग करते थे।”
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शोक जताते हुए कहा, ‘यह एक दुखद दिन है। अहमद पटेल कांग्रेस पार्टी के एक स्तंभ थे। उन्होंने कांग्रेस में रहते हुए अंतिम सांस ली और सबसे कठिन समय में पार्टी के साथ खड़े रहे। हम उन्हें हमेशा याद रखेंगे। फैसल, मुमताज और परिवार के प्रति संवेदना।’ कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर लिखा, ‘अहमद जी न केवल एक बुद्धिमान और अनुभवी सहकर्मी थे, जिनसे मैं लगातार सलाह और परामर्श लेती थी। वे एक ऐसे दोस्त थे जो हम सभी के साथ खड़े रहे, दृढ़, निष्ठावान और अंत तक भरोसेमंद रहे। उनका निधन एक विशाल रिक्तता छोड़ गया है।’
वरिष्ठ कांग्रेस नेता के निधन पर कांग्रेस पार्टी के मुख्यमंत्रियों ने भी शोक जताया है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अहमद पटेल के निधन पर कहा कि वह कांग्रेसी विचारधारा के प्रति दृढ़ संकल्पित, जुझारू योद्धा और पार्टी के अनमोल रत्न थे। उनका जाना कांग्रेस पार्टी, गुजरात और देश के लिए अपूरणीय क्षति है। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि वह एक समर्पित मजबूत स्तंभ और पार्टी को कठिन परिस्थितियों में भी मजबूती देने वाले समर्पित कार्यकर्ता थे। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि यह पार्टी और उनके कार्यकर्ताओं के लिए एक बड़ी क्षति है। उनका पार्टी में किया गया योगदान हमेशा याद रखा जाएगा। पुडुचेरी के मुख्यमंत्री वी नारायणस्वामी ने कहा कि श्री अहमद पटेल का निधन पार्टी के लिए अपूरणीय क्षति है। उनके निधन से हुई पैदा रिक्तता को कोई नहीं भर सकता। उन्होंने एक भाई खोया है उनके कार्यों के लिए उन्हें हमेशा याद रखा जाएगा।
कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने अपने ट्वीट में लिखा, “निशब्द.. जिन्हें हर छोटा बड़ा, दोस्त, साथी..विरोधी भी…एक ही नाम से सम्मान देते- ‘अहमद भाई’! वो जिन्होंने सदा निष्ठा व कर्तव्य निभाया, वो जिन्होंने सदा पार्टी को ही परिवार माना, वो जिन्होंने सदा राजनीतिक लकीरें मिटा दिलों पर छाप छोड़ी, अब भी विश्वास नही.. अलविदा ‘अहमद जी’…” कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने कहा है कि ‘अहमद पटेल नहीं रहे। एक अभिन्न मित्र विश्वसनीय साथी चला गया। हम दोनों सन 77 से साथ रहे। वे लोकसभा में पहुंचे मैं विधान सभा में। हम सभी कांग्रेसियों के लिए वे हर राजनीतिक मर्ज़ की दवा थे। मृदुभाषी, व्यवहार कुशल और सदैव मुस्कुराते रहना उनकी पहचान थी।’ अपने एक अन्य ट्वीट में दिग्विजय सिंह ने अहमद पटेल को याद करते हुए लिखा कि ‘कोई भी कितना ही गुस्सा हो कर जाए उनमें यह क्षमता थी वे उसे संतुष्ट कर ही भेजते थे। मीडिया से दूर, पर कांग्रेस के हर फैसले में शामिल। कड़वी बात भी बेहद मीठे शब्दों में कहना उनसे सीख सकता था। कांग्रेस पार्टी उनका योगदान कभी भी नहीं भुला सकती। अहमद भाई अमर रहें।’
वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने कहा, ‘अहमदभाई के निधन से गहरा दुख हुआ। मैं अपनी लंबी और दृढ़ मित्रता के कारण व्यक्तिगत रूप से दुखी हूं। वह कांग्रेस पार्टी में कामकाज के केंद्र थे।’ मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, ‘कांग्रेस के लिए एक दुखद दिन। पार्टी ने अपने सबसे मेहनती नेता को खोया। अहमद पटेल के निधन से हमने पार्टी के सबसे मजबूत स्तंभों को खो दिया। उनके योगदान और बलिदान अपार हैं। उनके परिवार के प्रति मेरी गहरी संवेदना।’ राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने कहा, ‘अहमद भाई पटेल के निधन से अत्यंत दुखी हूं। वो मेरे अच्छे मित्र थे। कई अवसरों पर हमने मिलकर कांग्रेस संगठन के माध्यम से जनहित के लिए बड़ी लड़ाई लड़ी। उनकी संगठन क्षमता अद्भुत थी।’ वहीं, गुजरात कांग्रेस के नेता अर्जुन मोढवाडिया ने अहमद पटेल के निधन पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि वे इस खबर को सुनकर बेहद दुखी हैं। आज भारत माता ने अपना बेटा खो दिया। हम लोगों ने अपने प्रिय दोस्त, दार्शनिक और पथ प्रदर्शक को खो दिया है। उन्होंने कहा कि अहमद पटेल उनके लिए हमेशा से रास्ता दिखाने वाले बनें रहेंगे।