बिहार विधानसभा (Bihar State Assembly) में शपथ (oath) लेने के दौरान हिंदुस्तान (Hindustan) शब्द से परहेज करने वाले विधायक अख्तरुल ईमान (Akhtarul Iman) का राजद (RJD) ने समर्थन किया है। राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी (Shivanand Tiwari) ने कहा कि अख्तरुल ईमान द्वारा शपथ में हिंदुस्तान की जगह भारत (India) का प्रयोग करने पर कई लोगों ने एतराज जताया है। इस मामले में हमारा संविधान क्या कहता है, अगर संविधान की प्रस्तावना आप पढ़ते हैं तो पहला वाक्य यह है कि ‘हम भारत के लोग’, वहां यह नहीं लिखा गया है कि हम हिंदुस्तान के लोग।
भारत की व्याख्या दी
शिवानंद ने आगे कहा कि ‘भारत’ शब्द की उत्पत्ति तो भारतीय भूमि से ही हुई है, जबकि हिंदू और हिंदुस्तान शब्द की उत्पत्ति का मूल फारसी है। इसलिए मुझे लगता है कि अख्तरुल जब हिंदुस्तान की जगह भारत का इस्तेमाल कर रहे थे तो तकनीकी रूप से वह बिल्कुल सही थे।
विधायकों को अपनी भाषा में शपथ की नसीहत
शिवानंद ने ने विधायकों को शपथ की भाषा भी बताई। उन्होंने कहा कि नवनिर्वाचित सदस्यों (newly elected MLAs) में कुछ ने अंग्रेजी (English) में शपथ ली तो कुछ ने संस्कृत (sanskrit) में। सवाल है कि किस भाषा (languarg) में शपथ लेना बेहतर माना जाएगा? मुझे तो लगता है कि अपनी क्षेत्र की जनता से विधानसभा में उनका प्रतिनिधित्व करने का आपने जिस भाषा में समर्थन मांगा था, शपथ भी उसी भाषा में लेना चाहिए। न कि ऐसी भाषा में जिसको आपको चुनने वाली जनता समझती ही नहीं है।