कोरोना वायरस महामारी से परेशान पूरी दुनिया की निगाहें वैक्सीन पर टिकी है। लोग जानना चाहते हैं कि उन्हें कब एक सुरक्षित वैक्सीन मिलेगी? इसकी कीमत क्या होगी? इसे लेकर अमेरिकी फार्मा कंपनी मॉडर्ना ने कहा है कि वह सरकारों से एक डोज के लिए 1854 से 2744 रुपये तक लेगी। इसके अलावा कितनी मात्रा में वैक्सीन का ऑर्डर दिया जा रहा, इस आधार पर भी कीमत तय होगी। कंपनी के सीइओ स्टीफन बैंसेल ने इसकी जानकारी दी है।
बैंसेल ने कहा कि उनके वैक्सीन की कीमत फ्लू के शॉट के बराबर होगी, जिसकी कीमत 10 से 50 डॉलर के बीच होती है। वैक्सीन के लाखों खुराक के लिए यूरोपियन यूनियान मॉडर्ना के साथ डील करना चाहता है। ईयू चाहता है कि यह डील 25 डॉलर से काम दाम पर हो। इसे लेकर कंपनी के साथ बातचीत में शामिल ईयू के एक अधिकारी ने इसकी जानकारी दी है।
बैंसेल ने इसे लेकर कहा कि अभी तक कोई फैसला नहीं हुआ है, लेकिन हम यूरोपीय संघ के साथ एक समझौते के करीब हैं। कंपनी यूरोप में वैक्सीन पहुंचाना चाहती है। इसे लेकर सकारात्मक रूप से बातचीत जारी है। कुछ ही दिनों की बात और कॉन्ट्रैक्ट हो जाएगा। दोनों के बीच जुलाई से ही बातचीत चल रही है।
बता दें कि मॉडर्ना ने अपनी वैक्सीन 95 फीसद कारगर होने की बात कही थी। इसके अलावा फाइजर ने अपनी वैक्सीन 90 फीसद कारगर होने का दावा किया था। हालांकि, दोनों कंपनियों के दावे फिलहाल आंकड़ों के अंतरिम विश्लेषण पर आधारित हैं। अंतिम रिपोर्ट आना बाकी है। फाइजर की वैक्सीन के लिए -70 डिग्री सेल्सियस और मॉडर्ना की वैक्सीन के लिए -20 डिग्री सेल्सियस के तापमान की कोल्ड चेन बनाए रखने की जरूरत होगी ,जो एक बड़ी चुनौती है।अगले महीने तक दोनों वैक्सीन की आपात इस्तेमाल की अनुमति मिल सकती है। साल के अंत तक दोनों की छह करोड़ से अधिक डोज उपलब्ध होंगी।