लखनऊ : हमारा देश एक संस्कृति प्रधान देश है। वसुधैव कुटुम्बकम और सेवा परमो धर्म यहां की मूल भावना है और समय—समय पर जरूरत पड़ने पर एक से बढ़कर एक समाजसेवी आगे बढ़कर सेवा विस्तार कार्य को बखूबी अंजाम देते रहे हैं। इसी क्रम में एक आईएएस आफिसर ने अपनी शादी की वर्षगांठ पर मेडिकल कॉलेज लखनऊ में ठंड में सड़क किनारे सोने वाले तीमारदारों के लिए विजय श्री फाउंडेशन प्रसादम सेवा में 10 बंकर बेड की सेवा की। यह बंकर बेड एक पलंग पर 3 लोगों के सोेने की व्यवस्था है और इसमें गद्दे एवं कंबल साथ में सुव्यवस्थित तरीके से लगे हुए हैं। इस सेवा से मेडिकल कॉलेज में खुले में ठंड में सोने को मजबूर तीमारदार अब रैन बसेरे में स्वस्थ तरीके से अपने परिजनों का इलाज करा सकेंगे, यह काफी सराहनीय प्रयास है।
हम बात कर रहे हैं स्वास्थ्य विभाग की आयुष शाखा में तैनात विशेष सचिव आईएएस राजकल यादव की सफलता और सदाशयता का। राजकमल 2013 बैच के आईएएस अफसर हैं। अपनी सफलता का श्रेय राजकमल अपने माता—पिता को देते हैं। उनका कहना है कि पिता जी की प्रेरणा से ही वह आज आईएएस आफिसर हैं। बता दें कि आईएएस राजकमल यादव और पीसीएस ज्योत्सना यादव दोनों ही युगल सेवा विचार व्यक्तित्व के धनी हैं। उनकी यह सेवा भावना मानवता के लिए मिसाल है, जिसकी हर तरफ प्रशंसा हो रही है।
विजय श्री फाउंडेशन के प्रबंधक विशाल सिंह ने बताया कि राजकमल यादव सेवा विचार व्यक्तित्व के धनी हैं। लॉकडाउन के समय जब संगठन जरूरतमंदों की सेवा कर रहा था तो आईएएस राजकमल यादव ने संगठन में हर संभव मदद कर सेवा परमो धर्म विचार को आगे बढ़ाया। राजकमल के परिवार से प्रतिमाह इस सेवा मिशन में राशन की अवधि प्रदान की जाती है और मेरे निवेदन करने पर, जब भी कभी संगठन में कोई जरूरत पड़ी तो राजकमल जी ने हरसंभव सहयोग किया। इस पुनीत भावना और जनसहयोग के लिए संगठन हमेशा उनका आभारी रहेगा।