अमेरिका के निर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन मौजूदा राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के फैसले को पलट दिया है। जो बाइडन ने ऐलान किया है कि अमेरिकी विश्व स्वास्थ्य संगठन में फिर से शामिल होगा। इससे पहले ट्रंप सरकार ने डब्ल्यूएचओ पर लगातार कोरोना वायरस को लेकर चीन का पक्ष लेने का आरोप लगाते हुए खुद को अलग कर लिया था।
अप्रैल में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने घोषणा की थी कि अमेरिका डब्ल्यूएचओ से हट जाएगा। अमेरिका ने आरोप लगाया था कि स्वास्थ्य संगठन ने कोरोना वायरस को लेकर विश्व को गुमराह किया। जिसके कारण इस वायरस से दुनिया भर में लाखों लोगों की जान गई। बाइडेन ने कहा कि उनका प्रशासन पहले दिन से ही विश्व स्वास्थ्य संगठन में फिर से शामिल होने जा रहा है। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि बाकी दुनिया और हम एक साथ मिलकर काम करें।
वहीं, चीन को लेकर बाइडन ने कहा कि उसे नियमों का पालन करना होगा और उसी के तहत काम करना पड़ेगा। दरअसल, राष्ट्रपति चुनाव की बहस के दौरान उनके बयान को लेकर पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने यह बात कही। उनसे पूछा गया था कि क्या दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था चीन पर वो आर्थिक प्रतिबंध या टैरिफ लगाएंगे। इसके जवाब में बाइडन ने कहा था कि जिस तरह से चीन बर्ताव कर रहा है, वह उसे दंडित करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ चीन को दंडित करने के बारे में नहीं है, बल्कि उसे यह समझाना भी है कि उसे नियमों के तहत ही चलना होगा। यह एक आसान प्रस्ताव है।
बता दें कि राष्ट्रपति ट्रंप के सत्ता में चार साल चीन-अमेरिका संबंधों में सबसे खराब दौर रहा। अपने कार्यकाल के दौरान रिपब्लिकन ट्रंप ने अमेरिका-चीन संबंधों के सभी पहलुओं पर आक्रामक रुख दिखाया। जिसमें विवादित दक्षिण चीन सागर पर चीन की सैन्य पकड़ को चुनौती देना और कोरोना वायरस को ‘चीन वायरस’ के रूप में पेश करना शामिल है।