नीति आयोग के सदस्य रमेश चंद ने सोमवार को कहा कि वर्ष 2022 तक किसानों की आमदनी को दोगुना करने के लक्ष्य को हासिल करने के लिए कम संसाधनों का उपयोग करते हुए फसल उत्पादकता बढ़ाने की ज़रूरत है. वो 20 से 22 अगस्त को प्रगति मैदान में आयोजित कृषि इंडिया 2018/ वेलनेस इंडिया 2018 एक्सपो में बोल रहे थे. एक्सपो का आयोजन एक्जीबिशन इंडिया ग्रुप और आईटीपीओ की ओर से किया जा रहा है.
एक बयान में चंद के हवाले से कहा गया, ‘अगर हम वर्ष 2022 तक कृषि आय दोगुना करना चाहते हैं, तो हमें कम संसाधन से अधिक उत्पादकता प्राप्त करने का लक्ष्य तय करना चाहिए.’ उन्होंने ये भी बताया कि धान जैसे पानी की अधिक खपत करने वाली फसलों का निर्यात देश या उसके किसानों के हित में नहीं है.
चांद ने खाद्य तेलों की प्रति व्यक्ति खपत बढ़ने के बारे में भी बात की जिसके कारण खाना पकाने के तेलों का भारी मात्रा में आयात हुआ. एक्सपो के उद्घाटन सत्र में, पर्यटन राज्य मंत्री के जे अल्फोन्स ने भारत को स्वास्थ्यवर्धक पौधों, जड़ी बूटी का देश बताया. उन्होंने कहा, ‘चिकित्सा ताकत (चिकित्सा दवाओं की पारंपरिक भारतीय प्रणाली) रसायनों पर निर्भर नहीं है, बल्कि ये पृथ्वी पर निर्भर करती है. जो उत्पाद हमें ठीक करते हैं वो वास्तव में आयुर्वेदिक होते हैं.’ अल्फांस ने बाढ़ प्रभावित केरल के लोगों की मदद के लिए दान के लिए भी अपील की.