देश में कोरोना वायरस की वैक्सीन का ट्रायल चल रहा है। नए साल में इस महामारी से बचाव के लिए वैक्सीन आने की पूरी उम्मीद है। उत्तर प्रदेश में लोगों को कोरोना वायरस से बचाव का टीका आसानी से लगाया जा सके, इसके लिए जोर-शोर से तैयारियां की जा रही हैं। अस्पतालों में भी जरूरी संसाधन जुटाए जा रहे हैं। सबसे पहले कोरोना वायरस का टीका स्वास्थ्य कर्मियों, बुजुर्गों और गंभीर रोगियों को लगाया जाएगा। प्रत्येक जिले को जोन और कई सेक्टर में बांटकर अलग-अलग प्रभारी तैनात किए जाएंगे, ताकि कोई कठिनाई न हो।
स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ.डीएस नेगी के अनुसार प्रत्येक जिले के सभी अस्पतालों में कार्यरत स्वास्थ्य कर्मियों का ब्योरा एकत्र किया जा रहा है। सभी सीएमओ को निर्देश दिए गए हैं कि वह अस्पतालों में काम कर रहे सभी डॉक्टरों व पैरामेडिकल कर्मियों का पूरा ब्योरा भेजें। कई जिलों ने ब्योरा तैयार भी कर लिया है। केंद्र की गाइडलाइन के अनुसार ही कोरोना की वैक्सीन लगाई जाएगी।
स्वास्थ्य विभाग जिलों के अस्पतालों में जरूरत के अनुसार वैक्सीन के स्टोरेज के लिए न सिर्फ भवनों के विस्तार में जुटा है, बल्कि डीप फ्रीजर भी खरीदे जा रहे हैं। कोल्ड चेन बनाए रखने के लिए भी सभी जरूरी इंतजाम किए जा रहे हैं। 15 दिसंबर तक जरूरी तैयारी पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं। जिलों में की जा रही तैयारियों की मानीटरिंग की जा रही है, ताकि गड़बड़ी की गुंजाइश न रहे।
बता दें कि देश में भारत बायोटेक की कोरोना वैक्सीन कोवैक्सीन के तीसरे चरण का ट्रायल शुरू हो गया है। यह वैक्सीन अगले साल तक तैयार हो जाएगी। भारत बायोटेक ने कोविड-19 के टीके के लिए भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद यानी आईसीएमआर के साथ भागीदारी की है। कोवैक्सीन का तीसरे चरण का परीक्षण शुरू हो गया है। भारत बायोटेक दुनिया की एकलौती कंपनी है जिसके पास जैव सुरक्षा स्तर-3 उत्पादन सुविधा है।