मध्य प्रदेश में साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सरगर्मियां तेज हो गई हैं। इस बार बुरहानपुर सीट पर एक संत ने भी दांव लगाया है। अखिल भारतीय हिंदू महासभा ने प्राचीन उदासीन आश्रम के गादीपति महंत पुष्करानंदजी महाराज को अपना प्रत्याशी घोषित किया है। इसकी घोषणा रविवार को की गई। इसके साथ ही राजनीतिक दलों और नेताओं में हड़कंप मच गया है।
हिंदू महासभा के प्रदेश अध्यक्ष दिनेश सुगंधी और अनूप यादव ने बताया कि संत के चुनावी मैदान में उतरने के पीछे एक कारण भ्रष्टाचार और कानून व्यवस्था लचर होना है। महासभा का कहना है कि जिले से प्रदेश की महिला और बाल विकास मंत्री होने के बावजूद यहां बालिका के साथ दुष्कर्म के बाद हत्या होना लापरवाही और गैर जिम्मेदारी को दर्शाता है। महंत पुष्करानंदजी महाराज ने कहा कि क्षेत्र में बच्चियों व महिलाओं के साथ हो रहा अत्याचार निंदनीय है। ऐसे अपराधों पर पुलिस प्रशासन द्वारा अंकुश लगाया जाना चाहिए। जल्द ही मोहद वाले मामले का खुलासा नहीं हुआ तो हम आंदोलन करेंगे।
मालूम हो, इस क्षेत्र में हाल ही में साढ़े तीन साल की बच्ची का शव मिला था। उसके साथ दुष्कर्म कर हत्या करने की आशंका जताई जा रही है। संत के चुनावी मैदान में उतरने से राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है। निमाड़ की 16 विधानसभाओं में बुरहानपुर को हाईप्रोफाइल माना जाता है क्योंकि यहां पर भैया और दीदी के नाम का डंका बजता है। भैया यानी पूर्व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व सांसद नंद कुमार सिंह चौहान और दीदी यानी मंत्री अर्चना चिटनीस।