पावन व सलिल सरयू नदी के तट पर शुक्रवार को त्रेता युग जीवंत हो उठा। यहां हेलिकॉप्टर से राम की पैड़ी के रामकथा पार्क में भगवान श्रीराम, सीताजी तथा लक्ष्मण के स्वरूप के उतरने पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के साथ सीएम योगी आदित्यनाथ तथा उनके मंत्रिमंडल के सहयोगियों ने स्वागत किया। शाम ढलते ही साढ़े पांच लाख से ज्यादा दीपों से राम की पैड़ी रोशन हो गई।
रामनगरी अयोध्या में चतुर्थ दीपोत्सव में जले 6,06,569 दीपों के साथ रामनगरी जगमग हो गई। इस अवसर पर सीएम योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महामारी के दौरान भी श्रीराम मंदिर का निर्माण संभव कर दिया है। अयोध्या के सपने को पूरा करने के लिए हम उनके आभारी हैं। संबोधन के बाद सीएम योगी राम की पैड़ी पर सरयू की आरती की।
सरयू के रामघाट पर सरयू की आरती के बाद वैदिक मंत्रों के बीच 6,06,569 दीपों के जलाने का रिकॉर्ड बना। साथ ही अगले साल 7.51 लाख दीपों के जलाने की घोषणा भी। इस अवसर पर साकेत विश्वविद्यालय और पोस्ट ऑफिस विभाग की ओर से दिव्य दीपोत्सव का कवर भी जारी किया गया। भविष्य के अयोध्या को केंद्र में रखकर सूचना विभाग की ओर से एक लघु फिल्म भी दिखाई गई।
राम की पैड़ी परिसर में दीप प्रज्वलन की आभा और वर्चुअल आतिशबाजी से निहाल होने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ देर शाम पुन: रामकथा पार्क पहुंचे और यहां रामलीला की प्रस्तुति का आनंद लिया। लखनऊ की प्रख्यात ऐशबाग रामलीला मंडली के कलाकारों ने रामलीला की प्रस्तुति से समा बांधा। एक अन्य मंडली ने भी रामलीला की प्रस्तुति से सीएम सहित अन्य दर्शकों को विभोर किया। अयोध्या शोध संस्थान के प्रशासनिक अधिकारी रामतीरथ के अनुसार झारखंड के रायचूर की इस मंडली में सिर्फ महिला कलाकार हैं। लीला के समापन पर मुख्यमंत्री ने कलाकारों को स्मृति चिह्न के रूप में कोदंड राम का चित्र भेंट कर सम्मानित किया।
रामनगरी के आंगन से बहती पतित-पावनी सरयू। इसमें झिलमिल करते दीपकों से रौशन घाट और आसमान के चांद-सितारों का सरयू में प्रतिबिम्ब। कुल मिला कर यही अहसास हो रहा था मानो अपने राम के स्वागत में सितारे भी जमी पर उतर आए हों। कुछ ऐसा ही अहसास था दीपोत्सव 2020 में राम की नगरी अयोध्या का। सिर्फ अयोध्या ही क्यों पूरी दुनिया के करोड़ों रामभक्तों ने भी वर्चुअल रूप से खुद को इस दीपोत्सव से जोड़ कर त्रेता युग के उस आनंद का अहसास किया जो उस समय अवध के लोगों ने किया था, जब उनके अपने राम मय सीता और लक्ष्मण 12 साल के वनवास के बाद कौशलपुरी लौटे थे।
कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर इस बार रामनगरी अयोध्या में दीपोत्सव पर पाबंदियां सख्त रहीं। भीड़ एकत्र न होने पाए इसके लिए रामनगरी में बाहरी लोगों का प्रवेश पूरी तरह से प्रतिबंधित रहा।
अयोध्या में दीपोत्सव कार्यक्रम के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कई पीढ़ियों से सभी के मन में एक ही तमन्ना थी कि हम भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर के निर्माण कार्य को अपनी आंखों से देख लेते तो हमारा जन्म और जीवन धन्य हो जाता। वह कार्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कारण सफल हुआ है।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेशवासियों और सभी श्रद्धालु भक्तों की तरफ से मैं प्रधानमंत्री मोदी का अभिनंदन करता हूं कि उनकी प्रेरणा से, उनके मार्गदर्शन से, उनकी रणनीति से पांच सदी का संकल्प पूरा होते हुए देश और दुनिया देख रही है। हमने न केवल राम की पैड़ी को अविरल और निर्मल बना दिया है बल्कि उसका विस्तार भी किया है, इस साल 5.51 लाख दीपक जल रहे हैं अगले वर्ष ये संख्या 7.51 लाख पहुंचने वाली है।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जब देश का नेतृत्व यशस्वी हाथों में होता है तो उस देश को दुनिया की ताकत बनने से कोई रोक नहीं सकता है, इसलिए भारत दुनिया के सामने अपनी ताकत का अहसास कराने में सफल है। जनता का विश्वास प्रधानमंत्री मोदी जी के साथ है।
इससे पहले श्रीराम, माता सीता तथा लक्ष्मण जी रथ पर सवार होकर रामकथा पार्क पहुंचे। रामकथा पार्क के मंच पर श्रीराम का राज्याभिषेक हुआ। राज्यपाल मुख्यमंत्री व अन्य विशिष्ट जनों ने राम सीता और लक्ष्मण की आरती उतारी। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के साथ सीएम योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य तथा उत्तर प्रदेश के मंत्रिमंडल के सदस्यों ने आरती की। रथ पर सवार होकर रामकथा पार्क पहुंचे श्रीराम, माता सीता तथा लक्ष्मण जी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के साथ सीएम योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य तथा उत्तर प्रदेश के मंत्रिमंडल के सदस्यों ने आरती की।
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के साथ सीएम योगी आदित्यनाथ ने हेलिकॉप्टर से सरयू तट पर उतरे भगवान राम, सीता जी व लक्षमण के स्वरूप के आगमन पर उनकी अगवानी करने के साथ ही हर्ष व्यक्त किया। इससे पहले राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और सीएम योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में रामजन्मभूमि स्थल पर श्रीरामलला की पूजा की।
यहां पर करीब पांच सौ वर्ष बाद दीपक जला और धनतेरस के पर्व पर दीपावली की पूजा की गई। दिव्य दीपोत्सव की शुरुआत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रामलला के सम्मुख घी का दीपक जलाकर किया।
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और सीएम योगी आदित्यनाथ ने इससे पहले रामकथा पार्क में श्रीराम से संबंधित प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। इनके साथ मंत्रिमंडल के सहयोगी तथा शासन के शीर्ष अधिकारी गण भी थे।
रामनगरी अयोध्या शुक्रवार को दुल्हन की तरह सजी है। दीपोत्सव को लेकर लोगों की उमंग चरम पर है, इसी बीच राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के साथ पहुंचे सीएम योगी आदित्यनाथ ने यहां का ताप काफी बढ़ा दिया है। रामजन्मभूमि परिसर में सीएम योगी आदित्यनाथ करीब पांच सौ वर्ष बाद दीप जलाकर रामलला की पूजा की। रामजन्मभूमि परिसर में प्रदर्शनी का अवलोकन करने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के साथ पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का स्वागत श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय ने किया।
चंपतराय ने इस अवसर पर राज्यपाल तो राजा अयोध्या बिमलेंद्र मोहन मिश्र ने सीएम योगी आदित्यनाथ अंगवस्त्र भेंट किया। यहां पर आज होने वाले भव्य दीपोत्सव का आकार बीते तीन से काफी वृहद और मनभावन होने के साथ बड़ा एतिहासिक भी होगा। शुक्रवार को साकेत महाविद्यालय से भव्य झांकियां निकलने के साथ चौथे दीपोत्सव का मनोहारी आगाज हुआ।
रामकथा पर केंद्रित झांकियां: झांकियां श्री राम के जन्म से लेकर उनके राज्याभिषेक की कहानी बयां कर रही थी। रथ की शक्ल में ऐसी 11 झांकियों के बीच देश के विभिन्न प्रांतों से आए चुनिंदा लोक कलाकार अपनी प्रस्तुतियों से भी समा बांध रहे थे। अयोध्या में झांकी शोभा यात्रा की शक्ल में करीब 3 किलोमीटर का सफर तय कर राम कथा पार्क पहुंचेंगी। लोक नृत्य की 20 टीमें झांकियों के साथ लोक नृत्य कर रही है।
492 वर्ष के बाद दीपावली पर दीप जलेंगे : श्रीराम जन्मभूमि में विराजमान रामलला के प्रांगण में 492 वर्ष के बाद दीपावली पर दीप जलेंगे। इस कार्यक्रम को लेकर अयोध्या जिला प्रशासन के साथ ही योगी आदित्यनाथ सरकार ने कमर कस ली है। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के साथ सीएम योगी आदित्यनाथ दिन में करीब चार बजे अयोध्या पहुंचेंगे। मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी,अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी, अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल अयोध्या एयरपोर्ट पहुँच गए हैं । मंडलायुक्त एमपी अग्रवाल व जिलाधिकारी अनुज कुमार झा ने हवाई पट्टी पर अधिकारियों का स्वागत किया। थोड़ी देर में सीएम योगी व राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी अयोध्या एयरपोर्ट पहुंचेगी।
कड़े पहरे में रामनगरी
रामनगरी अयोध्या को फिलहाल सील कर दिया गया है। स्थानीय लोग लोकल आइडी से शहर में प्रवेश प्राप्त कर सकेंगे। बाहरी को प्रवेश की अनुमति नहीं है। अयोध्या में सभी प्रवेश पॉइंट पर सुरक्षा की दृष्टि से बैरियर लगे हैं। यहां पर बना अनुमति पास के किसी का भी प्रवेश प्रतिबंधित है। अयोध्या धाम आज छावनी में तब्दील हो गया है। आज स्थानीय लोग लोकल आईडी प्रूफ दिखाने के बाद ही प्रवेश पा सकेंगे। राम की पैड़ी व राम कथा पार्क में अब किसी का भी प्रवेश पूर्ण रूप से प्रतिबंधित है। अयोध्या में आज कोई भी वाहन नहीं जा सकेगा। यहां जालपा मंदिर पर ही वाहनों को रोक दिया जाएगा। यहां पर स्थानीय पुलिस के साथ पीएसी और केंद्रीय पुलिस बल भी तैनात है।
रामजन्मभूमि पर 492 वर्ष बाद मनेगी भव्य दीवाली
राममंदिर के पक्ष में सुप्रीम फैसला आने के बाद 492 वर्ष बाद रामजन्मभूमि परिसर में पहली दीपावली भव्य तरीके से मनाई जाएगी। यहां 15 हजार दीये प्रज्ज्वलित किए जाएंगे। ये दीये गोबर व मिट्टी से निॢमत होंगे। परिसर के साथ रामलला के गर्भगृह को फूलों से सजाया गया है। जगह-जगह सजी रंगोली अवधी संस्कृति को बयां कर रही है।
तैयार दीपोत्सव
गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज होने के लिए तैयार दीपोत्सव में प्रज्ज्वलित होने वाले दीपों की गणना के लिए गिनीज बुक की टीम गुरुवार को देर शाम रामनगरी पहुंच गई है। इस बार सरयू नदी के 24 तट पर पांच लाख 51 हजार से अधिक दीपक जलाने का कार्यक्रम है।
वैश्विक क्षितिज पर पुख्ता होगी रामनगरी की पहचान
अयोध्या में दीपोत्सव पर न केवल रामनगरी की विश्व के मानचित्र पर पहचान पुख्ता होगी, बल्कि रामनगरी भी अतीत के गौरवबोझ से भी झूमेगी। यह बोध नगरी के विश्वास में वृद्धि के साथ अपार संभावनाओं का संवाहक भी है। जो दीपोत्सव से प्रतिपादित भी होगा।