कहा, लखनऊ-मेरठ में कोरोना रिकवरी दर बेहतर बनाने को उपचार व्यवस्था बनाएं सुदृढ़
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना के सम्बन्ध में निरन्तर पूरी सावधानी और सतर्कता बरतने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि त्योहारों और पर्वाें को ध्यान में रखते हुए लोगों को कोरोना से बचाव के सम्बन्ध में निरन्तर जागरूक किया जाए। मुख्यमंत्री ने गुरुवार को आज यहां अपने सरकारी आवास पर एक उच्चस्तरीय बैठक में कहा कि जनपद लखनऊ और मेरठ में कोविड-19 की रिकवरी दर को बेहतर बनाने के लिए उपचार व्यवस्था को सुदृढ़ किया जाए। उन्होंने कोरोना के टेस्टिंग कार्य को पूरी सक्रियता से संचालित करने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि दीपावली पर्व के मद्देनजर विशेष सावधानी बरती जाए। सभी मेडिकल काॅलेजों, जिला चिकित्सालयों, सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में इमरजेंसी व्यवस्था को पूरी तरह सक्रिय रखा जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाओं तथा बालिकाओं की सुरक्षा, सम्मान एवं स्वावलम्बन के लिए वर्तमान में ‘मिशन शक्ति’ अभियान संचालित है। इसके दृष्टिगत पूरी प्रतिबद्धता से कार्य करने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा के सम्बन्ध में पूरी सतर्कता बरती जाए। इस सम्बन्ध में कोई कोताही नहीं होनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने प्रत्येक विभाग को अपना रोजगार प्लान तैयार करने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि वित्तीय प्लान की भांति सभी विभागों द्वारा रोजगार प्लान भी बनाया जाए। उन्होंने अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त को रोजगार की व्यापक सम्भावनाओं की दृष्टि से साप्ताहिक समीक्षा करने के निर्देश भी दिये हैं।
मुख्यमंत्री ने प्राथमिक विद्यालयों में विद्यार्थियों को सर्दी से पूर्व स्वेटर का वितरण सुनिश्चित करने के निर्देश देते हुए कहा कि स्वेटर की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाए। उन्होंने कहा कि रैन बसेरों में सभी आवश्यक सुविधाओं के साथ सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने रैन बसेरों के संचालन में महिलाओं की सुरक्षा पर विशेष ध्यान देने तथा कोरोना से बचाव के लिए सभी प्रबन्ध करने के निर्देश भी दिये। मुख्यमंत्री ने धान क्रय केन्द्रों की व्यवस्थाओं को सुचारु बनाये रखने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा है कि यह सुनिश्चित किया जाए कि किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) का लाभ प्राप्त हो। पराली जलाने पर रोक के लिए जागरूकता का निरन्तर प्रसार किया जाए। गो-आश्रय स्थलों की व्यवस्था को सुदृढ़ बनाये रखा जाए। उन्होंने पेयजल टंकियों के लिए सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिये हैं।