लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या को वैश्विक स्तर पर नई पहचान दिलाने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है। प्रदेश में सरकार बनने के बाद से ही उन्होंने अयोध्या में दीपोत्सव और राम लीला मंचन से लेकर कई ऐसे आयोजन कराए, जिन्होंने वैश्विक स्तर पर अयोध्या को नई पहचान दी। अयोध्या में जो विकास कार्य कराए जा रहे हैं, वह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सपने को अमलीजामा पहना रहे हैं। जल्द ही अयोध्या वैश्विक पर्यटन के नक्शे पर अतुल्य होगी। देश दुनिया से आकर अपने आराध्य के दर्शन करने वालों पर अमिट छाप छोड़ने के लिए भगवान श्रीराम के भव्यतम और दिव्यतम मंदिर, प्रभु श्री राम की दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा, वैदिक और आधुनिक सिटी के समन्वित मॉडल के रूप में नव्य अयोध्या के अलावा और भी बहुत कुछ होगा। कुछ काम हो रहे हैं और कई पाइपलाइन में हैं।
योगी और मोदी सरकार ने खजाना खोला
अयोध्या की विकास परियोजनाओं के लिए योगी और मोदी सरकार ने खजाना खोल दिया है। अयोध्या आने वाली रेलवे लाइन का दोहरीकरण के साथ भविष्य की जरूरतों के अनुसार रेलवे स्टेशन का सुंदरीकरण और विस्तारीकरण होना है। इसी तरह अयोध्या से सुलतानपुर राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच 330 से एयरपोर्ट तक 18.75 करोड़ रुपये की लागत से चार लेन की सड़क का नवनिर्माण होना है। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण अयोध्या धाम से बाईपास के लिए सोहावल से विक्रमजोत तक का प्रस्ताव बना रहा है। करीब 1500 करोड़ रुपये की लागत से रायबरेली से अयोध्या तक चार लेन की सड़क के चौड़ीकरण का कार्य भी होना है।
वैश्विक सिटी बनाने को मुख्यमंत्री ने दिए निर्देश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर्यटन विभाग की समीक्षा बैठक में अयोध्या को पर्यटन के लिहाज से वैश्विक सिटी बनाने के लिए उसी के अनुरूप कंसलटेंट का चयन करने के निर्देश दे चुके हैं। उन्होंने कहा है कि सरयू की अविरलता और निर्मलता बरकरार रखने के लिए वहां आधुनिकतम सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाएं।रामनगरी में चल रहे विभिन्न प्रोजेक्ट की बात करें तो करीब 242 लाख रुपये की लागत से दशरथ महल, सत्संग भवन, यात्री सहायता केंद्र और रैनबसेरा का निर्माण कार्य चल रहा है। 524 लाख रुपये की लगात से ड्राइविंग ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट, 197 लाख की लागत से पंचकोशी परिक्रमा मार्ग पर छाजन, दिगंबर अखाड़ा में 288 लाख की लागत से मल्टीपर्पज हाल का निर्माण होना है। स्मार्ट सिटी मिशन के तहत सीवरेज और पेयजल के लिए होने वाले काम अलग से हैं।
अयोध्या में चल रही महत्वपूर्ण परियोजनाएं की बात करें तो 1902 लाख की लागत से भजन संध्या स्थल, 2192 लाख की लागत से क्वीन हो मेमोरियल पार्क, 275.35 लाख की लागत से रामकथा पार्क का विस्तारीकरण, 759 लाख की लागत से रामकथा गैलरी, 740 लाख की लागत से आधुनिक बस स्टैंड 1644 लाख की लागत से मल्टी लेवल पार्किंग, 1265 लाख की लागत से रामकी पैड़ी का सुंदरीकरण, 1463 लाख की लागत से सिटीवाइड इंटरवेंसन के कार्य, 840 लाख की लागत से सड़क और फुटपाथों का नवीनीकरण, 1180 लाख की लागत से हनुमानगढ़ी-कनक भवन मार्ग का नवीनीकरण, 973 लाख की लागत से लक्ष्मण किला घाट का विकास, 3564 लाख की लागत से गुप्तार घाट का सुंदरीकरण, 2481.10 लाख की लागत से राम की पैड़ी पर पंप हाउस, 5604 लाख की लागत से पार्ट बी, 347.86 लाख की लागत से अंतरराष्ट्रीय रामलीला केंद्र और 489 लाख की लागत से सांस्कृतिक ऑडिटोरियम परियोजना को गति प्रदान की जा रही है।