गैरसैंण दौरे के दूसरे दिन मंगलवार को सीएम त्रिवेंद्र रावत ने वीर चंद्र सिंह गढ़वाली के समाधि स्थल कोदिया बगड़ पहुंचे, जहां उन्होंने समाधि स्थल पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने समाधि के समीप एक पौधा भी रोपित किया। यूं तो मुख्यमंत्री का कर्यक्रम पैदल चल कर कोदिया बगड़ पहुचने का था, लेकिन स्वास्थ्य कारणों के चलते कार्यक्रम तब्दील कर चौपर से समाधि स्थल पर पहुंचे। पौड़ी, चमोली और अल्मोड़ा जनपदों की सीमा से लगे इस बेहद खूबसूरत व मनमोहक दूधातोली की वादियों में सीएम कुछ क्षण के लिए वीर चंद्र सिंह गढ़वाली की समाधि पर बैठे।
इस मौके पर राज्य मंत्री धन सिंह रावत, कर्णप्रयाग विधायक सुरेंद्र सिंह नेगी, जिलाधिकारी चमोली स्वाति एस भदौरिया, सीडीओ चमोली हंसा दत्त पांडये, पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष गंगा पंवार, डॉ अवतार नेगी व एस डी आर एफ तथा वन विभाग की टीम उपस्थित रहे।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री को सुबह 7.30 बजे पैदल ट्रैकिंग कर दूधातोली जाना था, लेकिन स्वास्थ्य कारणों से उनका पैदल कार्यक्रम निरस्त हुआ। तय कार्यक्रम में उच्च शिक्षा राज्यमंत्री धन सिंह रावत के साथ अधिकारी दूधातोली के लिए सुबह ही रवाना हो चुके थे। दूधातोली के कोदियाबगड़ में स्वतंत्रता सेनानी वीरचंद्र सिंह गढ़वाली की समाधि है। इस स्थान पर सीएम का 16 अगस्त को भी जानें का कार्यक्रम था, लेकिन तब मौसम खराब होने के चलते यह कार्यक्रम निरस्त हो गया था। दूधातोली के में वीर चंद्र सिंह गढ़वाली ने से अपने जीते जी समाधि के लिए सरकार से जमीन मांगीं थी।