डिजिटल वित्तीय सेवा कंपनी पेटीएम ने अगले साल मार्च तक दुकानदारों को 1,000 करोड़ रुपये के कर्ज वितरण का लक्ष्य रखा है। कंपनी ने सोमवार को कहा कि वह अपने बिजनेस ऐप के प्रयोगकर्ताओं को ‘दुकानदार कर्ज कार्यक्रम’ के तहत बिना गारंटी वाला कर्ज उपलब्ध कराना जारी रखेगी।
पेटीएम ने बयान में कहा, ‘हम अपने 1.7 करोड़ दुकानदारों के आंकड़ों के आधार पर कारोबार क्षेत्र को 1,000 करोड़ रुपये का कर्ज प्रदान करेंगे। इस कर्ज के जरिये दुकान मालिक अपने कारोबार का डिजिटलीकरण कर सकेंगे तथा परिचालन में विविधता ला सकेंगे। इससे उनकी दक्षता में सुधार होगा और उन्हें डिजिटल इंडिया मिशन में शामिल होने में मदद मिलेगी।’
कंपनी ने कहा कि उसका लक्ष्य 1,000 करोड़ रुपये का कर्ज मार्च तक वितरित करने का है। पेटीएम दुकानदारों के रोजाना के लेनदेन के आधार पर उनकी कर्ज पात्रता तय करती है और उसके बाद गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) तथा बैंकों के साथ भागीदारी में बिना गारंटी वाला कर्ज उपलब्ध कराती है।
बयान में कहा गया है कि वह सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उपक्रमों (एमएसएमई) की वृद्धि के लिए निचली ब्याज दरों में पांच लाख रुपये तक के गारंटी-मुक्त कर्ज का विस्तार कर रही है। इस कर्ज की वसूली दुकानदार के पेटीएम के साथ रोजाना के निपटान के आधार पर की जाती है और इसके समय से पहले भुगतान पर कोई शुल्क नहीं लिया जाता है।
कर्ज चुकौती मुख्य रूप से Paytm के साथ व्यापारी के दैनिक निपटान से एकत्र की जाती है और इन कर्जों पर कोई पूर्व भुगतान शुल्क नहीं होता है। पेटीएम का दावा है कि उसने पिछले वित्तीय वर्ष में एक लाख से अधिक मर्चेंट पार्टनर्स को 550 करोड़ रुपये का कर्ज दिया।
Paytm लेंडिंग के सीईओ भावेश गुप्ता ने कहा, ‘हमारे जमानत-मुक्त तत्काल कर्जों के साथ, हम किराना स्टोर और अन्य छोटे व्यवसाय मालिकों की मदद करने की कोशिश कर रहे हैं, जो पारंपरिक बैंकिंग क्षेत्र से पीछे रह गए हैं और उनके पास कर्ज की आसान पहुंच नहीं है।’