बच्चों, गर्भवती व धात्री माताओं को दिया गया चावल व गेहूं
लखनऊ : जिले के 100 आंगनबाड़ी केन्द्रों पर सोमवार को पोषाहार के स्थान पर सूखे अनाज , घी एवं दूध के पाउडर का वितरण कर इस योजना की शुरुआत हुयी| इसका शुभारम्भ गोसाईगंज ब्लाक के ग्राम मीसा परियोजना में मुख्य विकास अधिकारी प्रभास कुमार ने समेकित बाल विकास सेवा के लाभार्थियों को स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से राशन वितरित कराकर किया| मुख्य विकास अधिकारी ने लाभार्थियों को राशन वितरित करते हुए कहा खाद्यान्न हर माह और दूध व घी हर तिमाही वितरित किया जाएगा| यह स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए वितरित किया जा रहा है, इसका सेवन करें और बच्चों को इसका सेवन कराएँ| जिला कार्यक्रम अधिकारी अखिलेन्द्र दुबे ने बताया- इस अवसर पर 13 गर्भवती, 12 धात्री महिलाओं, 6 माह से 3 वर्ष के 77 बच्चे, 3 से 6 वर्ष के 45 बच्चे तथा 3 अतिकुपोषित बच्चों को राशन का वितरण किया गया|
उन्होने बताया – गर्भवती और धात्री महिलाओं को दो किलोग्राम गेंहू और एक किलोग्राम चावल, 6 माह से 3 वर्ष के बच्चों को 1.5 किलो गेंहू और 1 किलो चावल, 3 से 6 साल के बच्चों को 1.5 किग्रा गेंहू और 1 किलो चावल, अतिकुपोषित बच्चों को 2.5 किलो गेंहू और 1.5 किलो चावल दिया गया| दाल, घी और सूखे दूध के पाउडर का वितरण दिवाली के बाद किया जायेगा| इस पहल से जिले के कुल 2739 आंगनबाड़ी केन्द्रों के 5.82 लाख लाभार्थियों को राशन, घी और सूखा दूध का पाउडर वितरित किया जायेगा| इस अवसर पर राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के जिला समन्वयक सुखराम बंधू, खंड विकास अधिकारी बीएन कनौजिया, बाल विकास परियोजना अधिकारी सरिता सिंह, सुपरवाईजर, विभिन्न केन्द्रों की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता उम्मीद स्वयं सहायता समूह की अध्यक्ष गंगा देवी, सचिव साधना, कोषाध्यक्ष रन्नो, लाभार्थी व उनके अभिभावक सहित सैकड़ों लोग उपस्थित थे |