कहा, हर व्यक्ति गर्व से स्थानीय सामान खरीदें, अर्थव्यवस्था में आएगी नई जान
बोले, परियोजनाओं का फायदा न सिर्फ काशी बल्कि पूर्वी भारत को भी मिलेगा
वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दीपावली पर्व पर लोगों से स्थानीय सामानों के खरीददारी का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि जब हर एक व्यक्ति गर्व के साथ स्थानीय सामान खरीदेगा, नए-नए लोगों तक ये बात पहुंचाएगा कि हमारे स्थानीय उत्पाद अच्छे हैं, किस तरह हमारी पहचान हैं, तो ये बातें दूर-दूर तक जाएंगी। इससे पूरी अर्थव्यवस्था में नई जान आयेगी। प्रधानमंत्री ने सोमवार को नई दिल्ली से वर्चुअल अपने संसदीय क्षेत्र में 219 करोड़ की 16 परियोजनाओं को लोकार्पित करने के बाद 394 करोड़ की परियोजनाओं का शिलान्यास भी किया। इस दौरान प्रधानमंत्री ने परियोजनाओं से लाभान्वित उद्यमी विपिन अग्रवाल, बास्केटबाल खिलाड़ी पद्मश्री प्रशांति सिंह और गृहिणी नीलिमा मेहता से संवाद भी किया। संवाद के बाद प्रधानमंत्री ने ‘लोकल फॉर वोकल’ मंत्र को आगे बढ़ाते हुए कहा कि यही स्थानीय चीजें अनेक परिवारों को नई उमंग और संकल्प के साथ कार्य करने की ताकत देती है। उनके लिए हमारा कर्तव्य बनता है कि लोकल के लिए वोकल बने। दीपावली लोकल से मनाएं। आज ‘लोकल के लिए वोकल’ के साथ ही, लोकल फोर दिवाली के मंत्र की गूंज चारों तरफ है। देश के लोग और नौजवान जो पसीना बहा रहे हैं और कुछ करने की कोशिश करना चाह रहे हैं, उनका हौसला बढ़ाने की जरूरत है।
प्रधानमंत्री ने आज लोकार्पित होने वाली परियोजनाओं का विस्तार से उल्लेख कर इसका फायदा गिनाते हुए कहा कि बीते 6 साल से बनारस में स्वास्थ्य सेवा के ढांचागत विकास पर अभूतपूर्व काम हुआ है। आज काशी यूपी ही नहीं, बल्कि एक तरह से पूरे पूर्वांचल के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं का हब बनती जा रही है। पहली बार वाराणसी से फल, सब्जी और धान को विदेश के लिए निर्यात किया गया है। बाबतपुर से शहर को जोड़ने वाली सड़क भी अब बनारस की नई पहचान बनी है। आज एयरपोर्ट पर 2 पैसेंजर बोर्डिंग ब्रिज का लोकार्पण होने के बाद इन सुविधाओं का और विस्तार होगा। उन्होंने बताया कि छह वर्ष पहले जहां बनारस से हर दिन 12 विमान चलती थीं, आज इससे 4 गुना अधिक चलती हैं। बनारस और पूर्वांचल के किसानों के लिए तो स्टोरेज से लेकर ट्रांसपोर्ट तक की अनेक सुविधाएं यहां तैयार की गई हैं। उन्होंने कहा कि इंटरनेशनल राइस इंस्टीट्यूट का सेंटर हो, मिल्क प्रोसेसिंग प्लांट हो, पेरिशेबल कार्गो सेंटर का निर्माण हो, ऐसी अनेक सुविधाओं से किसानों को बहुत लाभ हो रहा है। अब पूर्वांचल के लोगों को छोटी-छोटी जरूरत के लिए दिल्ली-मुंबई के चक्कर नहीं लगाने पड़ते। बनारस और पूर्वांचल के किसानों के लिए तो स्टोरेज से लेकर ट्रांसपोर्ट तक की अनेक सुविधाएं यहां तैयार की गई हैं। प्रधानमंत्री ने ‘प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना’ और ‘स्वामित्व योजना’ का जिक्र कर कहा कि गांव, गरीब और किसान आत्मनिर्भर अभियान के सबसे बड़े स्तंभ और लाभार्थी हैं।
प्रधानमंत्री ने काशी को सराहा, सीएम योगी को दिया विकास का श्रेय
प्रधानमंत्री ने कहा कि महादेव के आशीर्वाद से काशी कभी थमती नहीं है। मां गंगा की तरह निरंतर आगे बढ़ती रहती है। वैश्विक महामारी कोरोना के कठिन काल में भी काशी आगे बढ़ती रही। कोरोना के खिलाफ बनारस ने जिस जीवटता से लड़ाई लड़ी है। मुश्किल समय में सामाजिक एकजुटता का परिचय दिया, वो प्रशंसनीय है। उन्होंने कहा कि जब भी काशी में नए काम होते हैं पुराने कई संकल्प पूरे हो चुके होते हैं। आज लगभग 220 करोड़ की 16 योजनाओं के साथ साथ 400 करोड़ की 14 योजनाओं पर काम शुरू हुआ है। प्रधानमंत्री ने काशी में विकास कार्यों का श्रेय प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनकी टीम को दिया। उन्होंने कहा कि काशी की भावनाओं के अनुरूप ही यहां का विकास हो रहा है। गंगा से लेकर स्वास्थ्य सेवा और बिजली से लेकर युवाओं के लिए खेलकूद तक हर क्षेत्र में बनारस विकास की नई गति प्राप्त किये हुए है।
शहर में बढ़ेंगे पर्यटक, बनारस की सुंदर छवि लेकर यहां से जाएंगे
प्रधानमंत्री ने कहा कि वाराणसी में गंगा एक्शन प्लान के तहत सीवर ट्रीटमेंट का काम पूरा हो चुका है। शाही नाला के अतिरिक्त अन्य का सीवर गंगा में जाने से रोकने के लिए कार्य का शिलान्यास कर दिया गया है। गंगा में सीएनजी से नाव भी चलेगी। दशाश्वमेध घाट पर टूरिस्ट प्लाजा पर्यटकों की सुविधा और आकर्षण का केंद्र बनेगा। प्लाजा बनने से छोटे-छोटे दुकानदारों को तो फायदा होगा ही, उनका व्यापार बढ़ेगा। कोरोना काल के समाप्ति पर यहां पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी तो वह बनारस की सुंदर छवि लेकर यहां से जाएंगे। संवाद के दौरान प्रधानमंत्री ने विकास परियोजनाओं के माध्यम से बदलते बनारस पर बने तीन मिनट के वीडियो क्लिप को भी देखा। वर्चुअल कार्यक्रम में जुड़े प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री का स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन प्रदेश के मुख्य सचिव आर.के. तिवारी ने किया।