अमेरिका से हजारों मील दूर दक्षिण भारत के सुदूर एक गांव में अमेरिकी चुनाव में कमला हैरिस की जीत का जश्न मनाया जा रहा है। तमिलनाडु के तिरुवरुवर के गांव थुलासेंद्रापुरम में लोग रंगोली बना रहे हैं, कमला हैरिस की फोटो साथ में लेकर खूब आतिशबाजी की जा रही है।
दरअसल, यही वो गांव है जहां अमेरिका की उपराष्ट्रपति बनने जा रहीं कमला हैरिस की मां श्यामला गोपालन रहती थीं। श्यामला गोपालन मात्र 19 साल की उम्र में भारत से अमेरिका चली गई थीं। अब 150 घरों के इस गांव में कमला की जीत का जश्न मनाया जा रहा है।
रविवार सुबह इस गांव के घर के बाहर रंगोली बनाई गई और लिखा गया ‘बधाई हो कमला हैरिस’, ‘आप हमारे गांव का गर्व हो’, ‘वनक्कम अमेरिका।’ इस गांव के लोगों ने पटाखे जलाए और मिठाइयां बांटी साथ ही कमला हैरिस को बधाई दी।
इस गांव के कालिदास वांद्यार नाम के शख्स ने कहा, ये बेहद गर्व भरा एहसास है कि हमारी अपनी लड़की अमेरिका की उपराष्ट्रपति बन रही है, हमें उम्मीद है कि वह किसी दिन यहां आएंगी, जब नतीजे आए तो हमने मिठाइयां बांटी।
दिल्ली में रह रहे कमला हैरिस के मामा गोपालन बालाचंद्रन भी बेहद खुश हैं। उनका कहना है कि वह अपनी भांजी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने जरूर जाएंगे। कमला की जीत पर बालाचंद्रन का कहना है, मुझे कमला हैरिस पर बहुत गर्व है। मैं उसे जल्द फोन करके
शुभकामनाएं दूंगा। जब से उसकी जीत का समाचार आया है, तब से मुझे लगातार फोन आ रहे हैं। मैं और कमला के परिवार के अन्य सदस्य अगले साल जनवरी में होने वाले उनके शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने जाएंगे। मामा का कहना है कि उनकी बेटी पहले से ही कमला हैरिस की मदद करने के लिए अमेरिका में है। हम सब भी वहां जाएंगे।
कमला हैरिस की मामी डॉ सरला गोपालन ने कहा कि हमने हमेशा उसे (कमला हैरिस) एक अच्छे बच्चे के रूप में बड़े होते देखा है। उसने जो कुछ भी किया वह बहुत अच्छा था और उसने वह हासिल किया जो वह करना चाहती थी।