शहर में त्योहारों के चलते मुख्य मार्गों पर बढ़ रही भीड़ के कारण जगह-जगह जाम की स्थिति निर्मित हो रही है। रेलवे ओवर ब्रिज पर शनिवार को एक बार फिर वाहनों की लंबी कतार लग गई। यहां ब्रिज पर एक ट्रक में तकनीकी खराबी आने के बाद यह स्थिति बनी। जाम में फंसे लोग आगे निकलने के लिए मशक्कत करते रहे। स्थिति यह रही कि ब्रिज के एक छोर पर जसवाड़ी रोड तक ट्रक और दो पहिया वाहनों की लाइन लग गई। इधर दूसरे छोर पर पुराने बस स्टैंड से लेकर अग्रसेन चौराहे तक वाहन रेंगते नजर आए। ब्रिज पर जाम लगने की समस्या आम हो गई है। ऐसे में यहां दुर्घटनाओं का खतरा भी बढ़ रहा है। यह एकमात्र ब्रिज है जो सिविल लाइन क्षेत्र सहित शासकीय कार्यालयों और करीब दो दर्जन कालोनियों के रहवासियों को शहर से जोड़ता है। ब्रिज से रोजाना 5000 से अधिक वाहनों का आवागमन होता है।
तीन पुलिया क्षेत्र में रेलवे फ्लाय ओवर के निर्माण के चलते यहां से वाहनों आवागमन तरह बंद है। यही कारण है कि ओवरब्रिज पर यातायात का दबाव लगातार बढ़ रहा है। शनिवार को लगे जाम को दूर करने के लिए मौके पर ट्रैफिक सूबेदार धर्म जामोद और उनकी टीम लगी रही। वाहनों को एक तरफ से रोककर दूसरी तरफ से वाहन चालकों को निकाला गया। इस व्यवस्था में करीब 1 घंटे तक पुलिसकर्मी मशक्कत करते रहे। विदित हो कि 2 दिन से ओवरब्रिज पर जाम की स्थिति बन रही है पुलिस विभाग ने अब तक इस स्थिति से निपटने के लिए कोई प्लान नहीं बनाया है। कुछ महीनों पूर्व वैकल्पिक मार्ग जरूर खोजे गए थे, लेकिन इन्हें शुरू नहीं किया गया।
वाहन चालकों ने जताई नाराजगी
ओवर ब्रिज पर लगातार लग रहे जाम से वाहन चालक परेशान हो रहे हैं। इस मार्ग से रोजाना आवागमन करने वाले अव्यवस्था को कोस रहे हैं। वाहन चालक कमलेश आटुडे का कहना है कि ब्रिज पर यातायात का दबाव कम होना चाहिए। भारी वाहनों के बीच से गुजरने के दौरान बाइक चालकों में हमेशा दुर्घटना का डर बना रहता है। इसी तरह मनोज वैष्णव ने कहा कि जब तक फ्लाईओवर का निर्माण नहीं होता है, तब तक वैकल्पिक रास्ता बनाया जाना चाहिए ताकि राहगीरों को समस्या से निजात मिल सके। राहगीर दिनेश पवार ने कहा कि जिम्मेदार शायद किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहे हैं। ब्रिज पर लगातार ट्रैफिक जाम की स्थिति किसी भी दिन बड़ी दुर्घटना को न्योता दे सकती है।