आज शनिवार का दिन है और आज पुष्य नक्षत्र लग चुका है। जी दरअसल कहा जाता है इस नक्षत्र में की गई खरीददारी आर्थिक संपन्नता औऱ शुभ लाभ देने वाली होती है। वैसे इस नक्षत्र को 27 नक्षत्रों का राजा भी कहते हैं। अगर शनिवार औऱ रविवार को हो तो यह योग बहुत ही लाभकारी माना जाता है।
वहीं अगर ज्योतिष की माने तो इस नक्षत्र को धनतेरस के योग से भी अधिक लाभकारी बताया जा रहा है। जी दरअसल ज्योतिषियों का कहना है आज के दिन ज्वैलरी, गाड़ी, इलेक्ट्रॉनिक सामान, रत्न, घरेलू साज-सज्जा का सामान, विवाह का सामान, मकान की खरीदारी, अनुष्ठान और उद्घाटन जैसे कार्य बहुत फल देने वाले हो सकते हैं। वैसे आज यानी शनिवार को सुबह 8:05 मिनट से पुष्य नक्षत्र शुरू हो चुका है जो अगले दिन सुबह 6:13 तक रहने वाला है।
वैसे जब यह नक्षत्र शनिवार और रविवार के दिन होता है तो पुण्यामृत योग बनता है और इस बार ऐसा ही है। ऐसे भी कहते हैं कि इस योग में की गई खरीददारी अक्षय रहती हैं और इस समय जो भी शुभ काम करते हैं वो अधिक समय तक स्थायी और आर्थिक समृद्धि देने वाले होते हैं। पुष्य नक्षत्र के शुभ काल के दौरान खरीद-फरोख्त ,उद्योगों एवं व्यापार की शुरुआत, बहुत शुभ होती है और इस नक्षत्र में अशुभ काल में शुभ काल में बदलने की क्षमता होती है।