हाथरस के चंदपा थाना क्षेत्र के बूलगढ़ी गांव में दलित युवती के साथ कथित सामूहिक दुष्कर्म तथा बर्बरता के कारण मौत के मामले में जांच को गति प्रदान करने में सीबीआइ की टीम लगातार गांव में डेरा डाले है। सीबीआइ की टीम शुक्रवार को गांव में सीन रिक्रिएट कर रही है।
सीबीआइ की टीम सुबह ही गांव पहुंची और पीड़िता के स्वजनों के साथ भेंट की। थोड़ी देर तक पूछताछ के बाद सीबीआइ की टीम मृत युवती की मां तथा भाई को लेकर घटनास्थल पर पहुंची। यहां पर सीबीआइ की टीम घटना के सीन रिक्रिएशन में लग गई है। माना जा रहा है कि सीन रिक्रिएशन के लिए सीबीआइ की टीम घटनास्थल पर हर पहलू की पड़ताल कर रही है।
मौके पर मृत युवती की मां और भाई को साथ लेकर सीबीआइ टीम सीन रिक्रिएट कर रही है। सीबीआइ की टीम ने घटनास्थल पर मां से करीब 50 मिनट बात की। इस दौरान मृत युवती के भाई को वहां से दूर बैठाया गया। इसके बाद सीबीआइ ने मृतका के भाई से करीब 25 मिनट तक पूछताछ की।
सीन रिक्रिएशन में एक महिला कॉन्टेबल ने जमीन पर गिरी मां को उसी अंदाज में उठाया, जैसे मां ने 14 सितंबर को अपनी बेटी को उठाया था।सीआरपीएफ की कड़ी सुरक्षा में सीन रिक्रिएट कर रही सीबीआइ की टीम ने मीडिया को क्राइम स्थल पर जाने से रोका है। मीडिया को भी 250 मीटर दूर हर रखा गया है।
मृतक के स्वजन से गुफ्तगू से खुफिया विभाग अलर्ट
मृतका के स्वजन से विभिन्न संगठनों के लोगों का मिलना फिर से शुरू हो गया है। सीबीआइ जांच शुरू होने के कारण 20 दिन से बाहरी संगठनों का आवागमन बंद रहा था। अब एक बार फिर दिल्ली और दूर दराज के लोग मृतका के परिवार से मिलने के लिए आ रहे हैं।
इसको लेकर खुफिया विभाग अलर्ट हो गया है। सीबीआइ को आए 25 दिन हो गए हैं। टीम में शामिल अधिकारी अब मृतका और आरोपितों के परिवार से जुड़े अन्य लोगों से भी बातचीत कर रहे हैं।
गौरतलब है कि हाथरस के चंदपा गांव बूलगढ़ी गांव में 14 सितंबर को दलित युवती के साथ कथित सामूहिक दुष्कर्म हुआ था। इस दौरान उसके साथ मारपीट भी की गई, जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गई थी।
हाथरस जिला अस्पताल से उसको एएमयू के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। जहां से उसको 28 सितंबर को दिल्ली के सफदरगंज शिफ्ट किया गया। जिसकी 29 अक्टूबर तड़के मौत हो गई थी। वहां से उसको गांव लाकर रात में ही अंत्येष्टि कर दी गई। इस केस की अब सीबीआइ जांच कर रही है।