जीवित प्रमाण पत्र हेतु कोषागार, बैंक या सरकारी विभाग का चक्कर लगाने से मिलेगी निजात
लखनऊ। अब पेंशनरों को जीवित प्रमाणपत्र (डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट) जमा करने के लिए कोषागार, बैंक या अन्य किसी विभाग में जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। पेंशनर अपने नजदीकी डाकघर के डाकिया या ग्रामीण डाक सेवक के माध्यम से डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट जारी करवा सकते हैं। इसके लिए मात्र 70 रुपये का शुल्क निर्धारित किया गया है। यह प्रमाण पत्र स्वतः संबंधित विभाग को पहुंच जाएगा। इससे पेंशन मिलने में कोई रुकावट नहीं आएगी। यह सुविधा सभी डाकघरों में इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक के माध्यम से उपलब्ध कराई जा रही है। यह जानकारी वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने दी।
पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि कोविड-19 महामारी को ध्यान में रखते हुए भी भारतीय डाक विभाग के माध्यम से सभी विभागों के पेंशनरों को घर बैठे डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट प्रदान करने की सुविधा प्रदान की जा रही है। गौरतलब है कि पेेंशनरों को प्रत्येक वर्ष सामान्यतया नवंबर व दिसंबर माह में कोषागार, बैंक या संबंधित विभाग में जीवन प्रमाणपत्र प्रस्तुत करना होता है। इसके लिए दूरदराज इलाके के पेंशनरों को कोषागार आने में कई बार कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है एवं यात्रा आदि में भी काफी व्यय होता है। ऐसे में डाक विभाग की इस पहल से पेंशनरों को काफी सहूलियत मिलेगी।
पेंशनर इस सुविधा को प्राप्त करने के लिए पोस्ट इन्फो पर या इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक के टोल फ्री नंबर 155299 पर कॉल कर सकते हैं। इसके लिए पेंशनर को आधार नम्बर, मोबाइल नम्बर, बैंक या डाकघर खाता संख्या और पीपीओ नम्बर देना होगा। सहायक निदेशक शम्भु राय ने बताया कि इसके साथ-साथ पेंशनर घर बैठे पेंशन की धनराशि आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम के माध्यम से अपने खाते से निकाल सकते हैं।