रेलवे ने बड़ा निर्णय लिया है. रेलवे ने केरल भेजे जाने वाली राहत सामग्री को देश के किसी भी हिस्से से रेलगाड़ी के जरिए केरल भेजने पर कोई भी शुल्क न लेने का निणय लिया है. केरल के किसी भी स्टेशन के लिए समान बुक कराया जा सकता है. वहीं रेलवे ने विभिन्न मंडलों के मंडल रेल प्रबंधकों को केरल में राहत कार्यों में तेजी लाने के लिए किसी भी तरह का निर्णय लेने के लिए कहा है. केरल की ओर जा रही रेलगाड़ियों के जरिए बिना शुल्क के राहत सामग्री भेजने की व्यवस्था 31 अगस्त तक लागू रहेगी.
यात्री गाड़ियों में बुक हो कर जाएगा सामान
सभी तरह की यात्री गाड़ियों में मौजूद एसएलआर या पार्सल वैन में राहत समग्री को बुक कर केरल भेजने पर कोई शुल्क नहीं लगेगा. ये निर्णय इस लिए लिया गया है ताकि राहत सामग्री को जल्द से जल्द पहुंचाया जा सके. वहीं देश के किसी भी हिस्से से सरकारी या अन्य संस्थानों की ओर से राहत कार्यो के लिए सामान बुक कराने पर शुल्क न लेने की बात कही गई है.
ट्रेनों में लगाए जाएंगे अतिरिक्त डिब्बे
रेलगाड़ियों के जरिए अधिक से अधिक मात्रा में राहत सामग्री भेजने के लिए रेलवे ने केरल की ओर जाने वाली गाड़ियों में आवश्यकता के अनुसार पार्सल वैन, बोगी या कोच बढ़ाने के भी निर्देश दिए हैं. इस संबंध में अंतिम निर्णय संबंधित मंडल रेल प्रबंधक को लेना होगा. वहीं रेलवे राहत सामग्री पर किसी तहर का डैमरेज या वॉरफेज चार्ज भी नहीं लगाने की बात कही है. वॉरफेज शुल्क तक लिया जाता है जब रेलवे की ओर से निश्चित समय सीमा के बाद भी बुक किया गया सामान स्टेशन पर पड़ा हुआ हो.