बिहार चुनाव 2020, बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे दौर में मंगलवार, 3 नवंबर को 94 सीटों पर वोटिंग होगी। इस चरण में कुल 1463 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होगा। मतदान सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक किया जा सकेगा। 8 सीटों पर वोटिंग शाम चार बजे ही समाप्त हो जाएगी। इस चरण से भाजपा को खासी उम्मीदें हैं। 94 में से 46 सीटों पर बीजेपी ने उम्मीदवार उतारे हैं। इसके लिए पार्टी ने धुआंधार प्रचार किया।
भाजपा को मोदी मैजिक का भरोसा
बीते दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक पर एक ताबड़तोड़ 4 चुनावी रैलियां कीं। जबकि इस राउंड में कुल 45 सांसदों ने भारतीय जनता पार्टी की ओर से जनसभा और रोड शो किया। विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के दोनों बेटे तेज प्रताप यादव और तेजस्वी यादव के अलावा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार के 4 मंत्रियों समेत कई दिग्गजों की किस्मत दांव पर लगी है।
इस चरण में तेजस्वी और तेजप्रताप भी आजमा रहे किस्मत
तेजस्वी यादव राघोपुर से चुनाव लड़ रहे हैं। जबकि तेजप्रताप यादव हसनपुर से किस्मत आजमा रहे हैं। नीतीश कैबिनेट के चार मंत्रियों में नंद किशोर यादव पटना साहिब से, श्रवण कुमार नालंदा से, रामसेवक सिंह हथुआ से आौर मधुबन से राणा रणधीर सिंह चुनावी रण में ताल ठोंक रहे हैं। दूसरे दौर का चुनाव प्रचार समाप्त होने तक लालू के बेटे ने रिकॉर्ड रैलियां की हैं।
इन दिग्गजों पर हाेगी नजर
- तेजस्वी यादव
- तेजप्रताप यादव
- नंद किशोर यादव
- श्रवण कुमार
- रामसेवक सिंह
- राणा रणधीर सिंह
चिराग पासवान खासे हमलावर
लोजपा प्रमुख चिराग पासवान सीएम नीतीश कुमार पर खासे हमलावर हैं। रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने भाजपा और राजद में डील की आशंका जाहिर की है। इधर रविवार को पीएम मोदी ने एक बार फिर से अपने चुनावी रैलियों में विपक्षी पार्टियों को निशाने पर लिया। डबल युवराज की नई शब्दावली का ईजाद करते हुए पीएम ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और जंगलराज का युवराज के रूप में उदृत करते हुए तेजस्वी यादव को एकसाथ निशाने पर लिया।
10 नवंबर को चुनावी नतीजे
मालूम हो कि बिहार विधानसभा के लिए 243 सीटों पर चुनाव हो रहा है। इसके लिए कुल 3 चरणों में मतदान की व्यवस्था की गई है। पहले राउंड में 28 अक्टूबर को वोटिंग हुई। दूसरे राउंड में 3 नवंबर को मतदान हो रहा है। विधानसभा चुनाव के तीसरे और आखिरी राउंड में 7 नवंबर को वोटिंग होगी। बिहार में चुनावी नतीजे का एलान 10 नवंबर को होगा।
जाते-जाते डबल युवराज की नई उपाधि दे गए प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को चार रैलियों के जरिए मतदाताओं को पहले चरण में संपन्न हुए चुनाव में एनडीए की बड़ी जीत का संदेश दे गए। वे डबल इंजन की सरकार और दो युवराज की सरकार बनने के फायदे और नुकसान भी बता गए। चारों रैलियों में प्रधानमंत्री ने राहुल गांधी के साथ तेजस्वी यादव पर करारा तंज कसा। बिहार चुनाव में पहली बार नई शब्दावली ईजाद की। डबल युवराज! सिंगल युवराज थे तेजस्वी यादव। डबल युवराज में राहुल को भी उन्होंने शामिल कर लिया। यही नहीं, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को जोड़कर प्रधानमंत्री ने करारा कटाक्ष किया। कहा तीन चार साल पहले डबल युवराज की उत्तर प्रदेश जनता ने विदाई कर दी थी। अब बिहार की जनता की बारी है।
एनडीए गठबंधन में दूसरे चरण में भाजपा सर्वाधिक सीटों पर लड़ रही है। ऐसे में प्रधानमंत्री ने ताबड़तोड़ चार-चार रैलियां कर साबित कर दिया कि भाजपा को दूसरे चरण के मतदाताओं से सर्वाधिक उम्मीद है। तीन रैली में नरेंद्र मोदी ने भोजपुरी में लोगों का हाल-चाल लिया। वहीं, समस्तीपुर की रैली मैथिली में जन समूह का अभिवादन किया। छपरा में छठ मइया की जिक्र कर भावनात्मक मैदान मार गए। छठ बिहार का सबसे बड़ा धार्मिक त्यौहार है। ऐसे में नरेंद्र मोदी ने रैली में बड़ी संख्या में आई महिलाओं को आश्वस्त किया आप चिंता न करें। आपका बेटा दिल्ली में बैठा है।
दरअसल, दो चरण का चुनाव प्रचार समाप्त हो गया लेकिन अभी तक किसी नेता ने छठ का जिक्र नहीं किया था। प्रधानमंत्री मौका ताड़कर आधी आबादी की सहानुभूती बटोर ले गए। नरेंद्र मोदी जानते हैं कि कहां क्या बोलना है, किस मुद्दों को उभारना है और कैसे मतदाताओं को पुचकाराना हैं। ऐसे में बगहा की रैली में मोदी ने सर्वाधिक समय दिया और पूरे रौ में दिखे। बिहार के विकास और विनाश की विस्तार से कहानी सुनाई। पूछा, साल भर हो गए। किसी की नागरिकता गई क्या? बिना मतलब सीएए का विरोध कर रहे थे।
पीएम मोदी ने बगहा में सुनाई जंगलराज की कहानी
उन्होंने हाथों-हाथ जंगलराज की कहानी भी सुना डाली। बोले, पहले कोई किसी से रंगदारी मांगता था तो रंगदारी दे दी जाती थी। कोई हिम्मती हुआ और रंगदारी की शिकायत करने थाने पहुंच गया तो समझो उसका कल्याण। उससे डबल रंगदारी मांगी जाती थी। जिससे वह शिकायत करता था, वह रंगदारों के घर पर बैठा हुआ मिलता था। कोई नई गाड़ी खरीद कर लाता था जान-बूझ कर उसमें खरोंच लगा देता था ताकि किसी को पता न चले कि गाड़ी नई है। नई गाड़ी का मतलब फिर से रंगदारी दो। अब आखिरी चरण के प्रचार के लिए प्रधानमंत्री मंगलवार एक बार फिर बिहार आएंगे। सहरसा और अररिया जिले के फारबिस गंज में चुनावी रैलियों को संबोधित करेंगे।