प्रमुख उद्योग संगठन फिक्की की प्रेसिडेंट संगीता रेड्डी ने कहा है कि कोविड-19 से निपटने की देश की रणनीति कारगर रही है। इकोनॉमी वापस तेज विकास करने के साथ और मजबूत होकर उभरने के लिए तैयार है। रेड्डी का कहना था कि दुनियाभर की सरकारें इस असमंजस में पड़ी दिखीं कि जीवन बचाने और जीविका बचाने में संतुलन कैसे स्थापित किया जाए। भारत ने लॉकडाउन लगाकर हेल्थ इन्फ्रा मजबूत करने और जीवन बचाने पर फोकस किया। यह रास्ता बेहद कारगर साबित हुआ है।
रेड्डी के मुताबिक विज्ञान ने इस दौरान इलाज के बेहतर तरीके खोजे, मेडिकल इन्फ्रास्ट्रक्चर विकसित किया गया और पीपीई किट जैसी चीजों की आपूर्ति बढ़ाकर कोरोना से मौत पर काबू पाया गया। जीवन बचाने के ये सभी उपाय कारगर साबित हुए, अब आजीविका बचाने के लिए मजबूत कदम उठाने की जरूरत है।
हालिया मौद्रिक नीति ने यह साबित किया है कि सरकार और केंद्रीय बैंक इकोनॉमी को आगे बढ़ाने के लिए कोई भी कदम उठाने को तैयार हैं। अब हमें विकास को गति देने के एजेंडे पर तेजी से कदम बढ़ाने होंगे। रेड्डी ने कहा कि इकोनॉमी में सुधार के सभी संकेत मिलने लगे हैं।
फिक्की की अध्यक्ष ने कहा कि भारत की आर्थिक ताकत की बुनियाद और जुझारू क्षमता कायम है। रेड्डी ने कहा कि सरकार की प्रगतिशील नीतियां, प्रमुख बुनियादी ढांचा विकास योजनाएं और बड़ा उपभोक्ता बाजार सभी वृद्धि की गुंजाइश का संकेत देते हैं। उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था में सुधार के शुरुआती संकेत दिखने लगे हैं। उन्होंने कहा कि सितंबर में विनिर्माण और सेवा पीएमआई सुधरकर क्रमश: 56.8 और 49.8 पर पहुंच गए हैं।