गोरखपुर। प्रशासनिक अमले से मिल रहे संकेतों के मुताबिक मकरसंक्रांति के मौके पर पूर्वांचल के लोगों को प्राणि उद्यान की सौगात मिल सकती है। इस बावत प्रमुख सचिव पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग सुधीर गर्ग ने संबंधित विभागों के अधिकारियों को संकेत कर दिया है। अब निर्माणाधीन शहीद अशफाक उल्लाह खां प्राणि उद्यान को खिचड़ी के मौके पर शुरू करने की तैयारी शुरू कर दी गई है। माना जा रहा है कि गोरखनाथ मंदिर परिसर में लगने वाले खिचड़ी मेला मिलने वाली यह सौगात नाथपंथ के आयोजन को यादगार बनाने वाला भी होगा। खिचड़ी महापर्व पर पूर्वांचलवासियों को प्राणि उद्यान का तोहफा मिल जाएगा। प्रमुख सचिव पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग सुधीर गर्ग ने निर्माणाधीन शहीद अशफाक उल्लाह खां प्राणि उद्यान से जुड़ी तैयारियों का जायजा लेने के बाद इस तरह के संकेत दिए हैं। अधिकारियों को दिशा निर्देश भी जारी कर दिया गया है। उद्यान के निदेशक और राजकीय निर्माण निगम के अधिकारियों ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि निर्देश के मुताबिक 07 जनवरी तक प्राणि उद्यान को लोकार्पण के लिए तैयार करने को कहा गया है। 14 जनवरी को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लोकार्पण कराने की तैयारी है।
बताया जा रहा है कि प्रमुख सचिव पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग सुधीर गर्ग द्वारा केंद्रीय प्राणि उद्यान प्राधिकरण और इसके निरीक्षण दल के दो सदस्यों डॉ. देवेंद्र एवं डॉ. लक्ष्मी नरसिम्हा से फीडबैक लेने के बाद इस तरह का निर्देश दिया है। प्रमुख सचिव पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग सुधीर गर्ग ने बताया है कि सीजेडए की अनुमति मिलने के पूर्व वन्यजीव को लाए जाने की सभी तैयारियां और औपचारिकताएं पूरी करने को कहा गया है। खिचड़ी से पूर्व ही तैयारियों को अंतिम रूप देने का प्रयास चल रहा है। बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री के इस ड्रीम प्रोजेक्ट के लोकार्पण के साथ ही पयर्टकों के लिए खोल दिया जाए। हालांकि इसके बाद भी वन्य जीवों को लाने का सिलसिला चलता रहेगा। बता दें कि लखनऊ, कानपुर प्राणि उद्यान एवं इटावा लायन सफारी से यहां वन्यजीव लाए जाने हैं। जरूरी तैयारियां पूरीं हैं। सीजेडए की अनुमति मिलते ही वन्यजीव ने लाए जाने का सिलसिला शुरू हो जाएगा।
सांप और मछली घर क्रमश: विविध प्रजातियों के सर्प और मछलियों के साथ शुरू हो जाएंगे। कोशिश है कि इंडोर तितली घर को भी शुरू कर दिया जाए। ‘वॉक थ्रू एवियरी भी शुरू होने के कयास लगाये जा रहे हैं। इसमें विभिन्न प्रकार के जलीय पक्षी उड़ान भरते हुए इस कृत्रिम झील में अठखेलियां करेंगे। इसके अलावा 48 व्यक्तियों की क्षमता वाला फोरडी थियेटर, इंटरप्रेटेशन सेंटर, सोवेनियर एरिया, पक्षी अवलोकन मार्ग भी शुरू होगा। तेंदुआ, हायना, स्लॉथ बियर, हिमालयन ब्लैक बियर, हॉग डियर(पाढ़ा), ब्लैक बग (काला मृग), स्पाटेड डियर (चीतल), साम्भर, बार्किंग डियर (काकड़)का बाड़ा आबाद हो जाएगा। इसके अलावा घड़ियाल और मगर (क्रोकोडाइल), फॉक्स (लोमड़ी), जैकॉल (सियार), वुल्फ (भेडिया), टर्टल (कछुआ) का बाडा भी पशुओं से गुलजार होगा।