लखनऊ। राज्यपाल आंनदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती पर शनिवार को यहां हजरतगंज स्थित उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि व माल्यार्पण कर अपनी श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि एक सामान्य किसान परिवार में जन्म लेने वाले और भारत माता के प्रति पूर्ण श्रद्धा-आस्था के कारण सरदार पटेल ने अपना पूरा जीवन भारत गणराज्य की एकता और अखंडता के लिए समर्पित किया। देश के स्वतंत्र होने के समय भारत को अलग-अलग टुकड़ों में बांटकर हजारों वर्षों से चले आ रहे सनातन राष्ट्र को छिन्न-भिन्न करने की अंग्रेजों की कुत्सित मंशा को सरदार वल्लभ भाई पटेल ने समय रहते नाकाम किया और और अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति और सूझबूझ के बल पर 562 देशी रियासतों को एकता स्थित सूत्र में बांधने का काम किया। उन्होंने कहा कि भारत की एकता और अखंडता के लिए सरदार पटेल ने अपनी पूरी ताकत लगा दी और वर्तमान भारत गणराज्य की रूपरेखा स्वतंत्र भारत के अन्दर प्रस्तुत की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत और भारतीयता के प्रति सरदार पटेल के अंदर क्या भाव था, इससे सभी परिचित हैं। देश के आजाद होने के तत्काल बाद भारत और भारतीय संस्कृति के प्रति उनके द्वारा किए गए योगदान को यह देश कभी भुला नहीं सकता। चाहे वह 562 देशी रियासतों का एकीकरण करके भारत गणराज्य को एकता के सूत्र में बांधने का कार्य हो या फिर स्वतंत्र भारत की पुनर्स्थापना का कार्य कैसे होना है और सोमनाथ मंदिर के पुनरुद्धार के कार्य का शुभारंभ करके उन्होंने स्वतंत्र भारत को किस रूप में आगे बढ़ने चाहिए यह देश और दुनिया के सामने प्रस्तुत किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरदार पटेल के बाद आज अयोध्या में मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के भव्य मंदिर निर्माण के कार्य का शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कर कमलों से होने के साथ भारत ने सरदार पटेल के उन सपनों को साकार करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बढ़ाए हैं। मैं आज इस मौके पर भारत माता के महान सपूत के प्रति अपनी कोटि-कोटि श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।