ट्रस्ट बनाकर करते थे लोगों से लाखों की ठगी, 2 महिलाएं भी शामिल
-विशेष प्रतिनिधि
वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में एक के बाद एक ठगी के सनसनीखेज मामले सामने आ रहे है। हाल यह है कि ठगों का कोई गैंग ‘ट्रस्ट फंड लोन स्कीम’ के नाम पर तो कोई आवास व मुद्रा लोन के नाम पर भोले-भाले लोगों को टारगेट कर रहा है। शहर में हर रोज कोई न कोई व्यक्ति साइबर ठगों के मकड़जाल में फंस रहा है। लेकिन हद तो तब हो गयी जब हौसलाबुलंद ठगों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम पर ही जन कल्याणकारी ट्रस्ट बनाकर करोड़ों रुपये की ठगी करने का ताना-बाना बुन डाला। हालांकि समय रहते सूचना मिलने पर प्रशासन ने इस फर्जीवाड़े का खुलासा करते हुए कैंट थाने में 10 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराई है। मुकदमा दर्ज कर पुलिस चार लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
उप निबंधक सदर द्वितीय हरीश चतुर्वेदी ने बताया कि उन्हें शिकायत मिली कि दुर्गाकुंड क्षेत्र के कबीर नगर निवासी अजय पांडेय ने फर्जी दस्तावेज तैयार कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम से 14 जुलाई को फर्जी ट्रस्ट पंजीकृत कराया है। इस फर्जी ट्रस्ट के जरिए ये लोग पीएम मोदी के नाम पर वाराणसी के लोगों से ठगी कर रहे थे। इन लोगों ने कई सम्मानित लोगों को अपनी ठगी का शिकार बनाया है। आरोप है कि इन लोगों ने कई लोगों से लाखों रुपये उगाही की है। इनके द्वारा फर्जीवाड़ा लंबे समय से किया जा रहा है। शिकायत के आधार पर जब उन्होंने कागजातों की जांच की तो अजय का फर्जीवाड़ा उजागर हो गया। इस ट्रस्ट के ट्रस्टी 10 लोग हैं। यह सभी प्रधानमंत्री के नाम से ट्रस्ट बनाकर समाज के सम्मानित लोगों से ठगी कर रहे हैं। इसलिए सभी के खिलाफ धोखाधड़ी सहित अन्य आरोपों में मुकदमा दर्ज कराया गया है। जिनके खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है उनमें अजय पांडेय के अलावा वाराणसी का प्रदीप कुमार सिंह, नवलपुर बसही का सोनू कुमार गुप्ता, महागांव गरथमा का विकास मिश्रा, सरसौली कैंट की प्रिया श्रीवास्तव, हुकुलगंज कैंट का अनिल, अनेई की रंजीता सिंह, अर्दली बाजार का शाहबाज खान, बलिया जिले के बैरिया का रवींद्रनाथ पांडेय और बलिया के बेलहरी का अविनाश सिंह शामिल है।
इस संबंध में इंस्पेक्टर कैंट राकेश कुमार सिंह ने बताया कि सभी के खिलाफ धोखाधड़ी समेत कई अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ है। उन्होंने बताया कि जल्दी ही साजिश में शामिल और लोगों को भी गिरफ्तार किया जाएगा। ये लोग प्रधानमंत्री की लेटरपैड से लेकर मोहर भी रखते थे। लोगों को पत्र देकर उनसे चंदा लेने से लेकर लोन के नाम पर लोगों के साथ धोखाधड़ी करने के लिए पूरा सिस्टम खड़ा की थी। कई लोगों से तो युनिवर्सिटी, अस्पताल आदि बनाने के नाम पर चंदा ले रखा है। लेटरपैड पर मीनी पीएमओं रवीन्द्रपुरी से लेकर दिल्ली पीएमओं तक के पते अंकित है। इसके अलावा इन लोागें का आधार कार्ड से लेकर आईडी प्रूफ बनाने और मनी ट्रांसफर कराने तक के लिए ग्राहक सेवा केंद्र की ऐंजेंसी देने के नाम पर गोरखधंधा चल रहा था। एसएसपी अमित पाठक का कहना है कि जालसाजों पर गैंगस्टर लगाया जाएगा। इस मामले में साइबर टीम को लगाया गया है, जो मामले की जांच में जुट गई है।
त्योहारी सीजन में रहे सावधान
वर्तमान समय में साइबर क्राइम एक तेजी से उभरती अपराध की दुनिया है। साइबर क्राइम के कारण पुलिस के लिए हर दिन नई चुनौतियां सामने आ रही हैं। कोरोना, लॉकडाउन और अब अनलॉक के दौर में जिस तरह से ऑनलाइन शॉपिंग के नाम पर मोबाइल, सोशल मीडिया में त्योहारी सीजन को देखते हुए कई ऑफर आ रहे हैं, उसी का सहारा लेकर साइबर क्राइम अपराधी भी रिमोट एक्सेस ऐप डाउनलोड करा कर ग्राहकों के बैंक अकाउंट में सेंधमारी कर रहे हैं। जिसके कारण त्योहारी सीजन में ऑनलाइन शॉपिंग के आड़ में साइबर ठगी होनें की संभावना बढ़ गई है। ऐसे में साइबर ठगी से बचने के लिए लोगों खुद जागरूक होने की आवश्यकता है। क्योंकि तेजी से उभरता हुआ साइबर क्राइम बेहद ही चुनौतीपूर्ण है। बता दें, साइबर क्राइम अपराधियों को ठगी के लिए इंटरनेट प्लेटफॉर्म पर ईमेल, व्हाट्सएप, फेसबुक और मोबाइल के माध्यम से यूजर मिल रहे हैं। जिसमें वे झांसा देकर साइबर्ट्रक मैसेज पर लिंक क्लिक करने के जाल में ग्राहकों को फंसा कर उनकी गाढ़ी कमाई पर हाथ साफ कर लेते हैं। आए दिन नए-नए हथकंडे अपनाकर जिस तरह से साइबर क्राइम में अपराध बढ़ उस चुनौती से पार पाना साइबर पुलिस के लिए भी टेढ़ी खीर है।
वाराणसी में दो सौ रुपये के नकली नोट
वाराणसी में दो सौ रुपये के भी बाजार में अब नकली नोट आ चुके हैं। दरअसल बड़े नोटों पर लोगों की नजर अधिक होती है लिहाजा कम मूल्य के नोटों को खपाने का बाजार में चलन बढ़ रहा है। लिहाजा आप भी अब नकली नोटों को लेकर सावधान हो जाएं। मिर्जामुराद क्षेत्र के बेनीपुर गांव स्थित सब्जीमंडी से गुरुवार की रात पुलिस ने लक्ष्मण कुमार कश्यप नामक युवक को नकली नोट संग गिरफ्तार किया है। विधिक कार्रवाई कर शुक्रवार को उसे जेल भेज दिया गया। मिर्जामुराद थानाप्रभारी सुनीलदत्त दुबे ने बताया कि लक्ष्मण के पास दो-दो सौ रुपये के कुल सात नोट रहे, जिसमें तीन नोट से वह बेनियाबाग और रोहनिया में खरीददारी भी कर चुका था। जेब से दो- दो सौ रुपए के चार नकली नोट, पांच सौ नगद रुपया, दो एटीएम, दो आधारकार्ड व एक एंड्रायड मोबाइल मिला है। पुलिस की पूछताछ में युवक कभी ससुर द्वारा नोट देने तो कभी रास्ते में नोट गिरे मिलने की बात कह कर बरगलाता रहा। एटीएस की टीम भी थाने पहुंच युवक से पूछताछ की पर कोई कामयाबी नही मिली। आशंका है कि युवक किसी नकली रैकेट के सम्पर्क में आकर कही से नकली नोट लेकर उसका फायदा उठाता रहा होगा।