उत्तर प्रदेश में मिशन 2022 की तैयारी में लगी कांग्रेस को विधानसभा उप चुनाव में ही झटका लगता जा रहा है। पार्टी की वरिष्ठ नेता तथा उन्नाव से पूर्व सांसद अन्नू टंडन के गुरुवार को पार्टी से इस्तीफा देने के बाद पार्टी के स्टार प्रचारक सलमान खुर्शीद ने भी अपने तेवर दिखा दिए हैं। सलमान खुर्शीद को गुरुवार को उन्नाव के बांगरमऊ में पार्टी के प्रत्याशी के पक्ष में चुनावी सभा को संबोधित करना था, लेकिन वह उन्नाव नहीं पहुंचे।
कांग्रेस में कारपोरेट कल्चर की पक्षधर रहीं अन्नू टंडन उन्नाव की निवासी हैं और सलमान खुर्शीद ही उनको पार्टी में लेकर आए थे। पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद कई दशक से कांग्रेस में हैं और पार्टी ने उनको उत्तर प्रदेश में विधानसभा के उप चुनाव के साथ ही बिहार विधानसभा चुनाव में स्टार प्रचारकों की सूची में शामिल कर रखा है।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के दो बार अध्यक्ष रहे सलमान खुर्शीद खानदानी कांग्रेसी हैं। उनके नाना जाकिर हुसैन देश के तीसरे राष्ट्रपति थे और सलमान खुर्शीद 1981 में पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी के कार्यकाल में पीएमओ में ओएसडी के रूप में तैनात थे। लोकसभा में उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद का प्रतिनिधित्व करने के साथ ही भारत के विदेश मंत्री रहे सलमान खुर्शीद की मुसलमानों में अच्छी पैठ मानी जाती है।
उन्नाव के बांगरमऊ विधानसभा क्षेत्र में भी मुसलमानों की बड़ी आबादी है। कांग्रेस प्रत्याशी आरती बाजपेई के समर्थन में गुरुवार को प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू और पूर्व मंत्री जितिन प्रसाद भी प्रचार करने उन्नाव पहुंचे थे। यहां उन्होंने जनसभा कर जनता से समर्थन मांगा। यहां पर प्रचार के लिए सलमान खुर्शीद को भी आना था, लेकिन वह चुनाव प्रचार के लिए नहीं पहुंचे। जिसके कारण माना जा रहा है कि यहां पर कांग्रेस के चुनाव प्रचार को झटका लगा है। मुस्लिम समाज को अपने पाले में लाने के लिए बांगरमऊ की सभा में सलमान खुर्शीद को चुनाव प्रचार के लिए बुलाया गया था।
बांगरमऊ विधानसभा सीट पर हो रहे उप चुनाव में भाजपा, सपा के अलावा कांग्रेस ने भी पूरी ताकत झोंक दी है। वरिष्ठ कांग्रेस नेता तथा प्रदेश सरकार में पूर्व मंत्री स्वर्गीय उमाशंकर दीक्षित की बेटी आरती बाजपेई यहां से कांग्रेस प्रत्याशी हैं। उनके समर्थन में देर शाम कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू और पूर्व केंद्र सरकार में मंत्री जितिन प्रसाद ने बांगरमऊ के ऊगू में देर एक नुक्कड़ सभा की।