कोरोना वायरस संक्रमण काल में प्रसार पर अंकुश लगाने के साथ योगी आदित्यनाथ सरकार के इंतजामों के बीच में इसके बचाव के संसाधनों का भी पर्याप्त मात्रा में उत्पादन हुआ है। खादी एवं ग्रामोद्योग विभाग ने जहां बड़ी मात्रा में मास्क का उत्पादन किया है, वहीं प्रदेश में रिकॉर्ड मात्रा सैनिटाइजर का भी उत्पादन किया गया है।
उत्तर प्रदेश ने तमाम बाधा के बाद भी सैनिटाइजर का रिकॉर्ड उत्पादन कर इतिहास रच दिया है। प्रदेश में कुल 1,76,66,000 लीटर सैनिटाइजर का उत्पादन कर चुका है। यह उत्पादन कुल उत्पादन क्षमता 6,00,000 लीटर से अधिक है। प्रदेश की सभी इकाइयों ने 1,60,07,600 पैकिंग की मार्केट में आपूर्ति की जा चुकी है। प्रदेश में अभी कुल 51,88,260 पैकिंग बिक्री के लिए उपलब्ध हैं। कोरोना आपदा से निपटने के प्रयास में वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सैनिटाइजर का उत्पादन बढ़ाने के उद्देश्य से प्रदेश सरकार ने कई कंपनियों को सैनिटाइजर बनाने का लाइसेंस दिया है।
कोरोना आपदा से निपटने के प्रयास में वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सैनिटाइजर का उत्पादन बढ़ाने के उद्देश्य से प्रदेश सरकार ने कई कंपनियों को सैनिटाइजर बनाने का लाइसेंस दिया है। आम जनता को सस्ता और गुणवत्तापूर्ण सैनिटाइजर उपलब्ध हो सके इस ओर सरकार प्रयासरत है। उत्तर प्रदेश में चीनी मिलें, डिस्टिलरी, सैनिटाइजर बनाने वाली कंपनियां और अन्य संस्थाएं सैनिटाइजर का उत्पादन कर रही हैं। जानलेवा कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए उत्तर प्रदेश का बना सैनिटाइजर जम्मू-कश्मीर, पंजाब, उत्तराखंड, चंडीगढ़, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान, गुजरात, बिहार, मध्य प्रदेश, झारखंड, छत्तीसगढ़, उड़ीसा, महाराष्ट्र समेत कई राज्यों में भेजा जा रहा है। इतना ही नहीं स्वास्थ्य विभाग के कर्मी, नगर निगम कर्मी, पुलिस एवं जिला प्रशासन को निशुल्क सैनिटाइजर की आपूर्ति भी की जा रही है।
प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार इस प्रयास में है कि आम जनता को सस्ता और गुणवत्तापूर्ण सैनिटाइजर उपलब्ध हो सके। उत्तर प्रदेश में चीनी मिलें, डिस्टिलरी, सैनिटाइजर बनाने वाली कंपनियां और अन्य संस्थाएं सैनिटाइजर का उत्पादन कर रही हैं।